मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से विभूषित
- बसंत पंचमी पर एमसीबीयू का तृतीय दीक्षांत समारोह बुंदेली संस्कृति-संस्कार के बीच सम्पन्न
- राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 38 छात्रों को स्वर्ण पदक एवं उपाधि से सम्मानित किया
छतरपुर, 14 फरवरी (हि.स.)। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय (एमसीबीयू) का तृतीय दीक्षांत समारोह राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को बसंत पंचमी के अवसर पर बुंदेली संस्कृति संस्कार के बीच सम्पन्न हुआ। विश्वविद्यालय के शताब्दी हॉल के सामने आयोजित दीक्षांत समारोह में सारस्वत अतिथि के रूप में मौसम विज्ञान केन्द्र के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा उपस्थित रहे। राज्यपाल पटेल ने डॉ. मृत्युंजय महापात्रा को मौसम विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए एमसीबीयू की ओर से डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से विभूषित किया।
इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में छतरपुर विधायक ललिता यादव उपस्थित रहीं। दीक्षांत समारोह का प्रतिवेदन कुलगुरु प्रो. शुभा तिवारी द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में कमिश्नर डॉ. वीरेन्द्र रावत, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर संदीप जीआर, एसपी अमित सांघी एवं विश्वविद्यालय के कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल सहित जनप्रतिनिधि, छात्र-छात्राएं, गणमान्य नागरिक और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल पटेल की उपस्थिति में शोध छात्रों, शोध निदेशकों तथा प्राध्यापकों का फोटो शूट किया गया। फोटो सेशन के बाद बुंदेली परिधान में मंच तक शोभा यात्रा निकाली गई। दीक्षांत समारोह मां सरस्वती एवं महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन कर शुरू हुआ। राष्ट्रगान की प्रस्तुति (पुलिस बैण्ड के साथ) के बाद कुलगान वंदना, सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की गई। राज्यपाल पटेल ने 38 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं उपाधि से सम्मानित करते हुए बधाई दी। इस दौरान विश्वविद्यालय के समाचार पत्र छत्रछाया तथा स्मारिका दीक्षा वाणी का विमोचन किया गया और उपाधिधारकों को शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम में राज्यपाल पटेल ने उपस्थितों को भारत माता की जय और वन्दे मातरम् का जयघोष कराया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि कुलपति को अब कुलगुरू कहा जाएगा। महाराजा छत्रसाल की वीर भूमि आल्हा-ऊदल जैसे वीर योद्धाओं और केन-बेतवा नदियों की पावन धरा बुन्देलखण्ड में महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर अत्यंत खुशी हुई।
पौधरोपण हमारे जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है: राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी विद्वानों के व्याख्यान, प्रयोगशालाओं के उन्नयन, विद्यार्थियों के शैक्षणिक भ्रमण और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र-छात्राओं की समस्याओं के निराकरण की पहल सराहनीय है। महाराजा छत्रसाल के नाम पर शोध केन्द्रों एवं ऋषि मार्कंडेय उद्यान विश्वविद्यालय परिसर (गुरैया) में पांच हजार पौधे के रोपण और विश्वविद्यालय के हर एक प्रयास में सेना के अधिकारियों का मार्गदर्शन भी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पौधरोपण हर एक के जीवन में महत्वपूर्ण अंग है। शुद्ध वातावरण से ही हमारा जीवन अच्छा चलेगा। बच्चों को जहां भी अपने पास जगह मिले, जन्मदिन के अवसर पर पौधा अवश्य लगाएं, ताकि ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन दूर रहे।
समाज और राष्ट्रविकास के ध्वज वाहक हैं युवा, माता पिता को कभी नहीं भूलें: राज्यपाल
राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपील करते हुए कहा है कि 2047 तक विकसित भारत बनाना है। राज्यपाल ने कहा कि हर एक बच्चा मातृ भूमि को अपने में जो सोच है, उसे आगे बढ़ाएं और अपनी राय दें। विकसित भारत संकल्प यात्रा गांवों में गई। जो लाभ से वंचित रह गए, उन्हें लाभ दिया गया है। उन्होंने बच्चों से अपील करते हुए कहा कि जो गरीब व्यक्ति लाभ से वंचित रह गए हैं, उन्हें लाभ दिलाने में सहयोग करें और खुद के साथ समाज का भी सोचें और आगे बढ़े। युवा समाज और राष्ट्र विकास के ध्वजवाहक होते हैं। विकसित भारत बनाने के लिए सभी प्रयास करें। विश्वविद्यालय की पहचान उसकी शैक्षणिक कुशलता और संस्कारित युवाओं के निर्माण केन्द्र के रूप में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माता-पिता बच्चों को पढ़ाते हैं लिखाते हैं उन्हें कभी नहीं भूलें। जीवन में कितने भी आगे बढ़ो, मातृभूमि को कलंक न लगे इसी तहर जीवन जीना है।
राज्यपाल ने कार्यक्रम के दौरान चित्रकला विभाग के विद्यार्थियों बनाई गई आकर्षक पेंटिंग्स की एक आर्ट गैलरी का अवलोकन किया और चित्रकला की सराहना की।
हैलीपेड पर हुआ आत्मीय स्वागत
राज्यपाल मंगुभाई पटेल का रेलवे स्टेशन छतरपुर के पास बनाए गए हैलीपेड पहुंचने पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। इस दौरान कमिश्नर डॉ. वीरेन्द्र रावत, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर संदीप जी.आर., एसपी अमित सांघी, विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. शुभा तिवारी एवं एसडीएम बलबीर रमन उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/वीरेन्द्र
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