दिव्य कला मेला दिव्यांगजनों के आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण का माध्यमः डॉ वीरेन्द्र कुमार
-केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने किया जबलपुर में 21वें दिव्य कला मेला का उद्घाटन
जबलपुर, 19 अक्टूबर (हि.स.)। दिव्यांगजनों द्वारा तैयार उत्पादों के प्रदर्शन के लिए जबलपुर में आयोजित देश के 21वें दिव्य कला मेला का केन्द्रीय समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार ने शनिवार को औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दिव्य कला मेला दिव्यांगजनों के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया अनूठा कदम है। उन्होंने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर के नागरिक बड़े दिल वाले हैं और मेले में आये दिव्यांगजनों को उनका भरपूर प्रोत्साहन और स्नेह मिलेगा। मेले में शामिल हो रहे प्रतिभागी संस्कारधानी की मधुर स्मृतियां लेकर यहां से जाएंगे।
दिव्य कला मेले के उद्घाटन समारोह में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, विधायक अशोक रोहाणी, प्रदेश के नि:शक्तजन आयुक्त संदीप रजक, कलेक्टर दीपक सक्सेना, राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक नवीन शाह एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय केन्द्र शासन के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा भी मौजूद थे।
एमएलबी स्कूल के खेल मैदान में 17 अक्टूबर से आयोजित किये जा रहे ग्यारह दिन के इस मेले में देश के 12 राज्यों के दिव्यांगजनों द्वारा अपने उत्पादों के प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दिव्य कला मेले में दिव्यांगजनों के उत्पादो एवं शिल्प कौशल के प्रदर्शन के लिए करीब 100 स्टॉल लगाये गये हैं।
मेले के उद्घाटन अवसर पर केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने 18 दिव्यांगजनों को स्वरोजगार स्थापित करने तथा गृह, वाहन एवं शिक्षा के लिए एक करोड़ 21 लाख रुपये के स्वीकृत ऋण के चेक वितरित किये। इस अवसर पर नौ दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्रायसाईकल एवं 49 दिव्यांगों को सहायक उपकरणों का वितरण भी किया गया।
केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने उद्घाटन समारोह में कहा कि जबलपुर में दिव्य कला मेला के आयोजन का उद्देश्य जबलपुर और आस-पास के क्षेत्र के दिव्यांगजनों को प्रतिनिधित्व देना है। उन्होंने कहा कि इसके पहले देश भर में 20 स्थानों पर दिव्य कला मेलों का आयोजन किया जा चुका है, लेकिन उनमें जबलपुर और इसके आस पास के दिव्यांगजनों का प्रतिनिधित्व नहीं रहा है।
डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने दिव्य कला मेले के अभिनव आयोजन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में दिव्यांगजनों की भी सहभागिता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया कदम बताया। उन्होंने बताया कि देश का पहला दिव्य कला मेला वर्ष 2022 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था तब से अब तक आयोजित किये गये 20 दिव्य कला मेलों में अपने उत्पादों के विक्रय से दिव्यांगजनों द्वारा 15 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित की जा चुकी है।
केन्द्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में स्थानीय प्रशासन से स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को दिव्य कला मेले में लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे मेले की रौनक बढ़ेगी और दिव्यांगजनों के चेहरे पर खुशियां भी दिखाई देगी। उन्होंने अपने संबोधन में केन्द्र शासन द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों का उल्लेख भी किया।
प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं सामाजिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने दिव्य कला मेलों को केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार की दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की सोच का परिणाम बताया। उन्होंने जबलपुर में दिव्य कला मेले के आयोजन के लिए डॉ. वीरेन्द्र कुमार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दिव्य कला मेला प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को पूरा करने में दिव्यांगजनों को भी सहभागी बनाने का प्रयास है। कुशवाह ने संस्कारधानी जबलपुर के नागरिकों से आग्रह किया कि वे दीपावली के अवसर पर लगाये गये इस मेले में परिवार सहित आयें और दिव्यांगजनों के उत्पादों को क्रय कर उन्हें प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि यह मेला बाजार नहीं है बल्कि दिव्यांगजनों को सक्षम बनाने का और उन्हें संबल प्रदान करने का माध्यम है। मंत्री कुशवाह ने प्रदेश में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में किये जा रहे कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में तहसील स्तर पर शिविर लगाकर और दिव्यांगजनों की आवश्यकता को चिन्हित कर उन्हें सहायक उपकरण भी वितरित किए गये हैं।
कार्यक्रम को विधायक अशोक रोहाणी, मप्र निःशक्तजन आयुक्त संदीप रजक और कलेक्टर दीपक सक्सेना ने भी संबोधित किया। इसके पहले दिव्य कला मेले का शुभारंभ केन्द्रीय सामाजिक एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर सागर से आये दिव्यांग कलाकारों ने मोनिया लोक नृत्य प्रस्तुत कर मंत्री द्वय का स्वागत किया। केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार एवं प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री कुशवाह ने दिव्य कला मेले में लगे स्टॉलों का भ्रमण कर दिव्यांगजनों द्वारा तैयार उत्पादों का अवलोकन किया तथा उनका उत्साहवर्धन किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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