दीपोत्सव : रूस, सिंगापुर, नेपाल व श्रीलंका की रामलीला का उठा सकेंगे लुत्फ़

WhatsApp Channel Join Now
दीपोत्सव : रूस, सिंगापुर, नेपाल व श्रीलंका की रामलीला का उठा सकेंगे लुत्फ़


अयोध्या, 02 नवम्बर (हि.स.)। भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में इस वर्ष आकर्षक के कई केन्द्र बिंदु होंगे। इनमें रूस, सिंगापुर, नेपाल व श्रीलंका की रामलीला प्रमुख है। इतना ही नहीं, अयोध्या शोध संस्थान की ओर से आयोजित होने वाले अनेक संस्कृतिक कार्यक्रम भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। इन कार्यक्रमों से अयोध्या दीपोत्सव को भव्यता मिलने वाली है।

सातवें दीपोत्सव में अयोध्या शोध संस्थान ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमोंं के आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली हैं। संस्थान की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की एक लंबी रूपरेखा तैयार है। इस मौके पर अयोध्या में तीन दिवसीय भव्य श्रीरामलीला का आयोजन होगा। जिसमें देश से ही नहीं विदेश के भी कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे।

रामलीला में शामिल होंगे चार देशों के कलाकार

अयोध्या में दीपोत्सव से आयोजित होने वाली रामलीला में चार देश रूस, श्रीलंका, सिंगापुर एवं नेपाल के कलाकारों की ओर से रामलीलाओं का मंचन किया जाएगा। इसके अलावा देश के 21 प्रदेशों की रामलीला, रामायण परंपरा पर आधारित लोक प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए लगभग ढाई हजार कलाकार अयोध्या पहुंच रहे हैं। यह कार्यक्रम राम कथा पार्क के मुख्य मंच पर सायंकालीन विदेशी रामलीला से प्रारंभ होगा। इसके अलावा अन्य विशेष मंचों में रामघाट, बिरला धर्मशाला, बड़ी देवकाली, गुप्तार घाट तथा भरत कुंड में तीन दिवसीय भजन कीर्तन एवं रामलीलाओं का आयोजन किया। देश-विदेश के लगभग ढाई हजार कलाकारों का इसमें संगम होने जा रहा है।

यह होगा आयोजन

अयोध्या में दीपोत्सव से पूर्व आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में के अलावा 'वैश्विक राम' विषयक रामायण प्रदर्शनी का आयोजन होगा। 'श्रीराम-सीता स्वरूप प्रतियोगिता' का आयोजन भी होना है। भव्य शोभायात्रा, रामलीला झांकी, स्थानीय, प्रादेशिक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राम लीलाएं आकर्षण का केंद्र बिंदु होंगे। रामायण मेला भी लगेगा। सभी कार्यक्रम अयोध्या शोध संस्थान की ओर से आयोजित होंगे।

कहते हैं शोध संस्थान के निदेशक

अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक लवकुश द्विवेदी ने बताया स्कूली बच्चों द्वारा राम कथा के विभिन्न प्रसंगों पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित होगी। 125 फीट लम्बे कैनवास पर अवध के राम का चित्रांकन भी होगा। रामकथा पार्क के मुख्य मंच पर ग्लोबल 'इन्साइक्लोपीडिया आफ द रामायण परियोजना' के अंतर्गत अयोध्या शोध संस्थान द्वारा प्रकाशित विभिन्न ग्रन्थों का विमोचन भी होगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका विमोचन करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.आमोदकांत/राजेश

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story