(लीड) चक्रवात 'रेमल' के प्रभाव से बंगाल में दो लोगों की मौत, फिलहाल जारी रहेगी बारिश
कोलकाता, 27 मई (हि.स.)। चक्रवाती तूफान रेमल ने पश्चिम बंगाल और उसके तटीय इलाकों में काफी नुकसान पहुंचाया है। इसके कारण हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। चक्रवाती तूफान रेमल के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ान सेवाएं 21 घंटे तक निलंबित रहने के बाद सोमवार सुबह बहाल हुईं। स्थिति सामान्य होने में कुछ और समय लगेगा।
राज्य आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि मध्य कोलकाता के एंटाली के बिबी बागान इलाके में रविवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश के कारण एक दीवार के गिरने से एक व्यक्ति की दबकर मौत हो गई।अधिकारी ने बताया कि सुंदरबन डेल्टा से सटे नामखाना के पास मौसुनी द्वीप में एक पेड़ एक झोपड़ी पर गिर गया, जिसमें दबकर एक बुजुर्ग महिला की भी सोमवार सुबह मौत हो गई।
इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। रेमल से पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में हुई क्षति को साफ तौर पर देखा जा सकता है। कोलकाता और राज्य के अन्य तटीय जिलों में झोपड़ियों की छत हवा में उड़ गयीं, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे गिर गये, जिस कारण कोलकाता सहित राज्य के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई।
सप्ताह के पहले दिन की सुबह कोलकाता के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति देखी गयी। सियालदह टर्मिनल स्टेशन से उपनगरीय ट्रेन सेवाएं कम से कम तीन घंटे के लिए आंशिक रूप से निलंबित रहीं, जिस कारण यात्रियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। चक्रवाती तूफान रेमल के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ान सेवाएं 21 घंटे तक निलंबित रहने के बाद सोमवार सुबह बहाल हुईं। हवाई अड्डे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि स्थिति सामान्य होने में कुछ और समय लगेगा।
इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। रेमल के दस्तक देने की प्रक्रिया की शुरुआत रविवार रात साढ़े आठ बजे से हुई थी। मौसम विभाग के मुताबिक रेमल सुबह साढ़े पांच बजे कैनिंग से लगभग 70 किलोमीटर उत्तर पूर्व और मोंगला से 30 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान के और कमजोर होने के आसार हैं।
सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। आपातकालीन सेवाएं प्रभावित क्षेत्रों में मलबा हटाने और बिजली बहाल करने के काम में जुटी हैं। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, लगातार भारी बारिश के कारण अधिकतर प्रभावित क्षेत्रों में इन अभियानों में बाधा आ रही है। तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को भोजन, पेयजल और चिकित्सा सहायता प्रदान करते हुए राहत अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने लोगों से घरों के अंदर रहने और आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है, क्योंकि कई हिस्सों में तेज बारिश जारी है।
एक मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि कोलकाता में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार को सुबह साढ़े पांच बजे के बीच 146 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। कोलकाता में अधिकतम हवा की गति 74 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई, जबकि शहर के उत्तरी बाहरी इलाके दमदम में हवा की अधिकतम गति 91 किमी प्रति घंटे दर्ज की गई।
शहर के सदर्न एवेन्यू, लेक प्लेस, चेतला, डीएल खान रोड, डफरिन रोड, बालीगंज रोड, न्यू अलीपुर, बेहाला, यादवपुर, गोलपार्क, हतीबागान, जगत मुखर्जी पार्क और कॉलेज स्ट्रीट के साथ-साथ साल्ट लेक क्षेत्र से सटे इलाकों में पेड़ उखड़ने की खबरें प्राप्त हुईं। रेमल के प्रभाव से कोलकाता में करीब 68 और पास के सॉल्ट लेक व राजारहाट क्षेत्र में 75 पेड़ गिरे।
हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा/सुनीत
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