गुजरात में कोरोना के अभी 13 एक्टिव मामले, एक भी मरीज भर्ती नहीं

गुजरात में कोरोना के अभी 13 एक्टिव मामले, एक भी मरीज भर्ती नहीं
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गुजरात में कोरोना के अभी 13 एक्टिव मामले, एक भी मरीज भर्ती नहीं


- राज्य में कोरोना को लेकर सरकार के प्रवक्ता मंत्री ने दी जानकारी

- जेएन.1 वैरिएंट की जांच के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग की प्रक्रिया शुरू

गांधीनगर, 20 दिसंबर (हि.स.)। राज्य सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बुधवार को गांधीनगर में बताया कि गुजरात में कोरोना के 13 सक्रिय मामले हैं। हालांकि इसमें एक भी मरीज हॉस्पिटल में भर्ती नहीं है, सभी का उनके घर में ही इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मरीज में जेएन.1 वैरिएंट की पुष्टि के लिए सभी एक्टिव मरीजों का जिनोम सिक्वेंसिंग किया जा रहा है, जिससे स्पष्टता हो सके।

गुजरात सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बुधवार को पत्रकारों के समक्ष कोरोना के संबंध में स्पष्टता की। उन्होंने कहा कि हाल विश्व में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के मामले मिले हैं। इस नए वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। इस वैरिएंट के मामलों में इसकी घातकता कम देखने को मिली है, इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता रखनी जरूरी है। प्रवक्ता मंत्री ने गुजरात में कोरोना के संबंध में कहा कि अक्टूबर की तुलना में दिसंबर में दर्ज हुए केस की संख्या कम है। हाल राज्य में 13 एक्टिव केस हैं। जिसमें एक भी मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। राज्य में कोरोना पॉजिटिव के सभी केसों का जिनोम सिक्वेंसिंग किया जाता है। बुधवार को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और देश के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री और सचिवों के साथ हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के संबंध में भी प्रवक्ता मंत्री ने जानकारी दी। पटेल ने बताया कि इस कांफ्रेंसिंग के जरिए समग्र देश में कोरोना को लेकर पैदा हुई स्थिति को लेकर रिव्यू किया गया। देश के कई राज्यों में मिल रहे कोरोना के केस को लेकर उन्हें सतर्कता रखने की सूचना दी गई। हालांकि यह भी कहा गया कि घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी बरतें। केन्द्रीय मंत्री ने सभी राज्यों को कोरोना के संबंध में जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने की सलाह दी।

ऋषिकेश पटेल ने बताया कि गुजरात में 13 से 17 दिसंबर तक राज्य के 5700 से अधिक सरकारी और निजी हॉस्पिटल में कोविड पूर्व की तैयारियों के तहत मॉकड्रिल किया गया था। इसमें समग्र व्यवस्था, तैयारियों, बफर स्टॉक आदि की उपलब्धता की जांच की गई। मंत्री ने कहा कि जाड़े के मौसम में सामान्य सर्दी, बुखार और श्वास लेने में तकलीफ होने जैसे केस में बढ़ोतरी देखी गई है, इसलिए पहले से सावधानी लेते हुए कोविड के केसों पर नियंत्रण को लेकर जरूरी सूचना जारी की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/प्रभात

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