सिमरिया कुंभ : अंतिम शाही स्नान में उमड़ा देश भर के साधु-संत और श्रद्धालुओं का सैलाब
भगवान विष्णु ने सिमरिया में किया था अमृत वितरण : किन्नर अखाड़ा
पूरे देश में आज हो रहा है गंगे मातरम : अश्वनी चौबे
बेगूसराय, 23 नवम्बर (हि.स.)। बिहार के बेगूसराय जिला में स्थित मिथिला, मगध और अंग के पावन संगम स्थल सिमरिया गंगा धाम में चल रहे कुंभ के तृतीय और अंतिम शाही पर्व स्नान में गुरुवार को देशभर के श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा। स्नान अहले सुबह चार बजे से ही शुरू हो गया था। लेकिन जब साधु-संत का जत्था पहुंचा तो रामघाट से नमामि गंगे घाट तक भीड़ उमड़ पड़ी।
शांतिपूर्ण और सुरक्षित शाही पर्व स्नान संपन्न हो जाने पर कुंभ सेवा समिति एवं समन्वय समिति ने जहां साधु-संत और श्रद्धालुओं का आभार जताया है। वहीं प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है, कुंभ के मद्देनजर बड़ी संख्या में अधिकारियों के साथ पुलिस बलों को लगाया गया था। सदर डीएसपी अमित कुमार एवं सदर एसडीओ रामानुज प्रसाद सिंह जहां परिसर में डटे हुए थे। वहीं, डीएम रोशन कुशवाहा एवं एसपी योगेन्द्र कुमार मुख्यालय से हर गतिविधि पर नजर रख रहे थे।
शाही पर्व स्नान को लेकर रामानंदाचार्य नगर से कुंभ सेवा समिति के समन्वय और किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी, सर्वमंगला सिद्धाश्रम के संस्थापक स्वामी चिदात्मन जी, फतेहा धाम सरकार राम सुमिरन दास, सूजा महंत शंकर दास, अयोध्या से आए श्रीमहंत राजू दास जी के नेतृत्व में शोभायात्रा शुरू हुई। जिसमें देश के विभिन्न हिस्से से बड़ी संख्या में साधु-संत और श्रद्धालु शामिल हुए। बड़ी संख्या में नागा साधु और कबीर पंथी भी शामिल हुए।
अखाड़ा का ध्वज अद्भुत दृश्य उत्पन्न कर रहा था। गाजे बाजे के साथ कड़ी सुरक्षा में निकली शोभा यात्रा गंगा तट पर पहुंची। जहां प्रशासन द्वारा बनाए गए मुख्य घाट पर अखाड़ा निशान स्नान के बाद महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी सहित सभी अखाड़ा के प्रतिनिधि और साधु संतों ने स्नान किया। जबकि रामघाट पर केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे सहित स्वामी चिदात्मन जी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। गंगा तट पर ही नर्मदेश्वर महादेव एवं श्री यंत्र का विशेष पूजा अर्चना किया गया।
किन्नर के रूप में भगवान विष्णु ने सिमरिया में किया था अमृत वितरण : किन्नर अखाड़ा
इस अवसर पर किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर एवं उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड के सदस्य कौशल्या नंद गिरी ने कहा कि आज का दिन बहुत सौभाग्य का दिन है। कुंभ में स्नान से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, मोक्ष और नई ऊर्जा की प्राप्ति होती है। समुद्र मंथन के बाद देव और असुर के बीच अमृत को लेकर हुई लड़ाई में विष्णु भगवान ने जब मोहिनी का रूप धारण किया था तो अमृत का वितरण इसी सिमरिया में किया गया था। अमृत की कुछ बूंदें गिरने से सिमरिया अमृत धाम हो गया।
विष्णु भगवान ने मोहिनी का जो रूप धारण किया था वह किन्नर का था। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में लिखा भी है कि किन्नर के बगैर त्रिवेणी शुद्ध नहीं होती है। जन-जन के कल्याण के लिए, देश और बिहार के विकास के लिए हमने गंगा से प्रार्थना किया है। पूरे विश्व का कल्याण होगा, हम सब मिलकर सनातन धर्म को यूं ही आगे बढ़ते रहें। प्रयागराज सहित अन्य जगहों की तरह यहां भी व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। सनातन संस्कृति हमारी पहचान है, बिहार सरकार हिंदुत्व को मजबूत करे, यहां और व्यवस्था हो।
उन्होंने कहा कि हमारे किन्नर समाज को समाज के लोगों ने दूर रखा, लेकिन अब देश के सभी समाज ने हमें अपना लिया है। 2016 में किन्नर अखाड़ा की स्थापना हुई। हम सनातन धर्म को आगे बढ़ा रहे हैं, उसे मजबूत करने के लिए हम लोग कार्य कर रहे हैं। किन्नर स्नान नहीं करेंगे तो वह कुंभ कभी सफल नहीं हो सकता है। किन्नर समाज जहां जाता है वहां जय-जय हो जाता है। जब तक सनातन धर्म और सनातन संस्कृति है, तभी तक हम सब सुरक्षित हैं। सनातन धर्म सब चीजों का मूल है, उसका प्रचार-प्रसार होना चाहिए।
देश में आज हो रहा है गंगे मातरम : अश्वनी चौबे
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि स्वामी चिदात्मन जी के प्रयास से 2011 में यहां कुंभ का पुनर्जागृत हुआ। मैं 2011 और 2017 के कुंभ में भी स्नान करने आया। हमारा सनातन धर्म ऐसे ही आगे बढ़ता रहे। वंदे मातरम से देश को आजादी मिली थी, आज गंगे मातरम हो रहा है। गंगे मातरम से भारत की संस्कृति, सभ्यता और सनातन धर्म की रक्षा हो रही है। गंगा, गौ, गीता और गायत्री हमारे धर्म संस्कृति का महान चीज है, इनकी रक्षा करें। पेड़-पौधा लगाएं, क्योंकि पौधा पुत्र के समान होता है।
सिमरिया कुंभ में व्यवस्था बनाने में नाकाम है बिहार सरकार : विजय कुमार सिन्हा
शाही स्नान में शामिल हुए बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सिमरिया कुंभ के शाही स्नान में देश भर के साधु-संत और श्रद्धालु आए हुए हैं। मां भारती के सभी संतान सुखी रहें, निरोग रहें, देश में सुख-शांति हो, सामाजिक सद्भाव हो, बिहार का कल्याण और उत्थान हो, यही हम सब का लक्ष्य है। हम सबने मां गंगा से कामना किया है कि बिहार के सांस्कृतिक गौरव और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण हो। बिहार सरकार यहां व्यवस्था बनाने में नाकाम है। जबकि, देश के अन्य जगहों पर जब कुंभ होता है तो वहां की सरकार समर्पित हो जाती है।
कुंभ सेवा समिति ने जताया साधु-संत और श्रद्धालुओं का आभार
अंतिम शाही पर्व स्नान के कुशल संपन्न हो जाने पर कुंभ सेवा समिति के महासचिव रजनीश कुमार ने साधु-संत और श्रद्धालुओं का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि 2011 में पुर्नजागृत हुआ सिमरिया का यह कुंभ आस्था का महाकुंभ बन गया है। देशभर के साधु-संत और श्रद्धालु आए, नागा और अखाड़ा के प्रतिनिधि आए। जगत जननी माता जानकी के जन्मभूमि मिथिला का यह कुंभ सनातन संस्कृति को जागृत कर रहा है। हम साधु-संतों के प्रयास से इसे और भव्य रूप देने के कार्य में जुटे रहेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र
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