भगवान श्रीराम के साथ नहीं बल्कि बाबर के साथ खड़ी है कांग्रेसः केंद्रीय मंत्री शेखावत
इंदौर, 11 जनवरी (हि.स.)। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत ने कांग्रेस नेताओं के अयोध्या के राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर गुरुवार को अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत गुरुवार को एक दिवसीय प्रवास पर इंदौर पहुंचे थे। यहां एयरपोर्ट पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और विधायक रमेश मेंदोला ने उनका स्वागत किया। यहां मीडिया से बातचीत करते हुए केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने अयोध्या के राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं के न आने संबंधी एक सवाल के जवाब में कहा कि एक बार फिर सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस राम के साथ नहीं बल्कि बाबर के साथ में खड़ी है। कांग्रेस ने जो मानसिकता केवल तुष्टिकरण की राजनीति के चलते मजबूरी में अपनाई हुई है, उस मानसिकता का एक बार फिर से परिचय दिया है।
राज्य के जल संसाधन मंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से की मुलाकात
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री शेखावत से शिष्टाचार भेंठ की। इस दौरान मंत्री सिलावट ने प्रदेश में चल रही विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं, मुख्यतः केन बेतवा राष्ट्रीय परियोजना, ईआरसीपी परियोजना के संबंध में केन्द्रीय मंत्री को जानकारी दी। सिलावट ने केन्द्र सरकार से इन योजनाओं की समय अवधि में पूर्ण होने के संबंध में भी चर्चा की। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने प्रदेश में चल रही समस्त सिंचाई परियोजनाओं के किन्यान्वयन के लिए आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया। मंत्री सिलावट ने केंद्रीय मंत्री को अन्य परियोजना का संशोधित एमओयू भी दिया। केन बेतवा परियोजना से संबंधित क्षेत्र की अन्य नदियों के संबंध में परियोजना की कार्य योजना भी प्रस्तुत की।
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि केन-बेतवा परियोजना के द्वितीय चरण और उससे संबंधित परियोजना के लिए संशोधित कार्ययोजना बनाई जाकर प्रस्तुत की गई है। इससे ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में सिंचाई के लिये अतिरिक्त पानी उपलब्ध होगा और उद्योग धंधे लगने से रोजगार के हजारों अवसर के साथ जॉब भी उपलब्ध होगा। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री शेखावत को बताया कि संशोधित डीपीआर की मंजूरी से चंबल और ग्वालियर संभाग में रोजगार के साथ औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा। सिंचाई के लिए दबावयुक्त परियोजना लाने से अतिरिक्त रूप से हजारों हैक्टेयर भूमि के लिये पानी भी उपलब्ध होगा। केन्द्रीय मंत्री ने इस कार्ययोजना पर विचार करने की बात कही और इसे जल्दी ही मंजूरी दिलाने का विश्वास दिलाया।
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने मध्यप्रदेश में पार्वती उपकछार के वॉटर बजट में 182 घन मीटर पानी का उपयोग कुम्भराज कॉम्पलेक्स में एक बांध के स्थान पर कुम्भराज कॉम्पलेक्स अंतर्गत दो बांध (कुम्भराज- 1 एवं कुम्भराज-2) को संशोधित एमओयू में रखा जाना प्रस्तावित है। इससे चंबल घाटी क्षेत्र में विकास की नई संभावना बनेगी।
केन-बेतवा लिंक एक राष्ट्रीय परियोजना
उल्लेखनीय है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना को वर्ष 2009 में नदी जोड़ो परियोजना अंतर्गत एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया है। कार्य प्रारंभ होने से अब तक इस परियोजना के लिये 44 हजार 605 करोड़ की राशि प्रदान की गई है। इस परियोजना में केन्द्र सरकार 90 प्रतिशत तथा राज्य सरकार 10 प्रतिशत व्यय करेगी।
पन्ना जिले में कृषि भूमि सिंचाई के लिए अतिरिक्त लाभ मिलेगा
मंत्री सिलावट ने बताया की केन-बेतवा लिंक परियोजना में पन्ना जिले की निजी भूमि, वन भूमि एवं पीटीआर प्रभावित हुये हैं। जिले में जन आक्रोश की स्थिति निर्मित न हो इसके लिये पन्ना जिले को सिंचाई सुविधा का अतिरिक्त लाभ प्रदाय किया जाना आवश्यक है। इसके लिए विभाग की प्रस्तावित पतने सिंचाई परियोजना लागत 3062 करोड़ रुपये, सिंचाई क्षेत्र 1 लाख 20 हजार हैक्टेयर को केन-बेतवा परियोजना में शामिल किया जाना प्रस्तावित है। पन्ना जिले का 70 हजार हेक्टर कमाण्ड क्षेत्र सिंचाई परियोजना में शामिल है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/सुनील
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