कांग्रेस की सुक्खू सरकार अल्पमत में : जयराम ठाकुर
Feb 28, 2024, 13:23 IST
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शिमला, 28 फरवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस की सुक्खू सरकार अल्पमत में है। राज्य विधानसभा से भाजपा के 15 सदस्यों को निलंबित किए जाने पर जयराम ठाकुर ने एक विज्ञप्ति के जरिए कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार अल्पमत में हैं। तानाशाही हो रही है। सरकार डिवीज़न ऑफ़ वोट पर बजट पारित नहीं करवा सकती। इसलिए भाजपा के 15 सदस्यों को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।
कांग्रेस के विक्रमादित्य ने मंत्री पद से दिया इस्तीफाः
इससे पहले आज सुबह भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल से मुलाकात की। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस सरकार से अलग हो गए। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने कहा कि उनकी कई बातों को नहीं सुना गया। वे लगातार इस मामले में हाईकमान को अवगत करवाते रहे हैं। इस मौके पर वह अपने दिवंगत पिता वीरभद्र सिंह को याद करते हुए भावुक भी हो गए। विक्रमादित्य ने कहा उन्हें मंत्री पद का कोई लालच नहीं है। वह पार्टी के साथ हैं। विक्रमादित्य, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनकी मां प्रतिभा सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व मंडी से सांसद है।
विपक्ष के 15 विधायक सदन से निष्कासितः
उधर, आज विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा के 15 विधायकों को निष्कासित कर दिया। सदन में इस पर जमकर हंगामा हुआ। इससे पहले मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। उधर, विधानसभा के बजट सत्र में आज भाजपा के 15 विधायकों को सदन से निष्कासित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इसके बाद इन्हें सदन से जाने के लिए कहा। इसके बावजूद भाजपा विधायक सदन के वेल में आकर नारे लगाने लगे और इसका विरोध विरोध किया। इसके बाद जब अध्यक्ष समझाया और कहा कि आप बाहर चले जाएं और नियमों का पालन करें। नियमों के खिलाफ नारेबाजी न करें। इसके बावजूद भाजपा के सदस्य वहीं पर डटे रहे और अध्यक्ष और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। यह देख भाजपा सदस्य कागजों को इधर-उधर फेंकने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने सुबह 11:00 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही की इन सदस्यों के निलंबन की घोषणा की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मंगलवार को उन्होंने सदन के अंदर अवरोध पैदा करने की कोशिश की है जिसके चलते निष्कासित किया गया है।
इस बीच सूचना है कि कांग्रेस हाईकमान ने अपने निराश विधायकों की मांग को स्वीकार कर लिया है। इससे पहले बुधवार सुबह भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल से मुलाकात कर सदन की कार्यवाही के बारे में अवगत करवाया था। जिन विधायकों को सदन से निष्कासित किया गया, उनमें जयराम ठाकुर (नेता प्रतिपक्ष), विपिन परमार, रणधीर शर्मा, लोकिन्द्र कुमार, विनोद कुमार, हंसराज, बलवीर वर्मा, त्रिलोक जम्वाल, सुरेंद्र शौरी, दीपराज, पूर्ण चंद ठाकुर, इन्द्र सिंह गांधी, दलीप ठाकुर, रणवीर सिंह निक्का और जनकराज हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/पवन
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