महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल से की मुलाकात
मुंबई, 10 फरवरी (हि.स.)। महाराष्ट्र में लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की और उनसे सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की सिफारिश करने की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल को राज्य में हो रही राजनीतिक गुंडागर्दी की भी जानकारी दी।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्र में गुंडागर्दी चल रही है और बंदूक की नोक पर दबाव तंत्र चलाया जा रहा है, जाति-धर्म का भेद पैदा किया जा रहा है। राज्य की महागठबंधन सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज, राजर्षि साहू महाराज, फुले, अंबेडकर की सोच को धूमिल करने का पाप कर रही है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी गंभीर हो गयी है। उन्होंने बताया कि मांग की गई है कि राज्यपाल इस पर गंभीरता से ध्यान दें और केंद्र सरकार से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करें।
नाना पटोले ने कहा कि दो महीने पहले उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की थी और उन्हें राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति से अवगत कराया था, जिसके बाद राज्यपाल ने पुलिस महानिदेशक को बुलाकर इसमें सुधार करने का निर्देश दिया था, लेकिन अब नये पुलिस महानिदेशक आ गये हैं और कानून व्यवस्था की स्थिति और खराब हो गयी है। पुलिस महानिदेशक ने खुद माना है कि पुलिस पर जनता का भरोसा कम हुआ है।
नाना पटोले ने कहा कि मुंबई में पूर्व शिवसेना पार्षद अभिषेक घोसालकर की गोली मारकर हत्या , पत्रकार निखिल वागले पर पुलिस की मौजूदगी में हमला , बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ द्वारा थाने में दो लोगों पर फायरिंग , 22 जनवरी को मीरा रोड पर धार्मिक तनाव, सरकारी बुलडोजरों द्वारा गरीबों के घर गिरा दिया जाना, जलगांव के भाजपा पार्षद मोरे की गोली मारकर हत्या से आम जनता के मन में डर फैल गया है। यवतमाल शहर में दिनदहाड़े एक युवक की हत्या कर दी गई। बच्चों के हाथों में हथियार मिल रहे हैं, अवैध हथियारों का बड़ा जखीरा राज्य में आ रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि फुले, शाहू, अंबेडकर के राज्य में अपराधियों को सरकारी संरक्षण मिल रहा है। राज्यपाल को बताया गया कि राजनीति का अपराधीकरण हो रहा है। राज्य में विपक्षी नेताओं को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष आरिफ नसीम खान, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रकांत हंडोरे, राकांपा शरद पवार विधायक जीतेंद्र अव्हाड, प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे, कांग्रेस एससी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धार्थ हटियाम्बिरे, एआईसीसी प्रवक्ता और शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर/प्रभात
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।