एनसीईआरटी ने कक्षा 3 की पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित चिट्ठी पर दिया स्पष्टीकरण
नई दिल्ली, 21 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने कक्षा 3 की पर्यावरण अध्ययन (ईवीएस) की पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित चिट्ठी से संबंधित समाचार के बारे में स्पष्टीकरण जारी किया है।
एनसीईआरटी ने कहा है कि पर्यावरण अध्ययन की कक्षा 3 की पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित चिट्ठी से संबंधित हाल ही में आई खबर का कोई आधार नहीं है। स्कूली शिक्षा के लिए नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे 2023 के परिप्रेक्ष्य में, पर्यावरण अध्ययन के स्थान पर कक्षा 3 से प्रारंभिक चरण में एक नया विषय ‘हमारे आस-पास की दुनिया’ शुरू किया गया है। यह एक अंतःविषय क्षेत्र है जो पर्यावरण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है और साथ ही कक्षा 3 से विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में बुनियादी दक्षताओं के विकास का ख्याल रखता है। तदनुसार, एनसीईआरटी ने इस विषय के लिए सामाजिक पर्यावरण सहित व्यापक परिप्रेक्ष्य वाली नई पाठ्यपुस्तकें शुरू की हैं। इसलिए, पुरानी पाठ्यपुस्तकों के बजाय, कक्षा 3 के लिए हमारी अद्भुत दुनिया शीर्षक से एक नई पाठ्यपुस्तक लाई गई है।
एनसीईआरटी ने सभी स्कूलों से अपील की है कि वे इन कक्षाओं के लिए एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कक्षा 1, 2, 3 और 6 में केवल नई पाठ्यपुस्तकों का उपयोग करें। ये पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित हैं और इनमें सांस्कृतिक जड़ता, बहुभाषावाद, अनुभवात्मक शिक्षा और शैक्षिक प्रौद्योगिकी को सभी विषयों और ग्रेडों में एकीकृत किया गया है। नई पाठ्यपुस्तकों और नए विषय क्षेत्रों और पाठ्यपुस्तकों को लागू करने के तौर-तरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी सीबीएसई को भेजी गई सलाह में दी गई है।
उल्लेखनीय है कि एनसीईआरटी की तीसरी कक्षा की पर्यावरण अध्ययन की पुस्तक के 17वें पेज पर प्रकाशित 'चिट्ठी आई है' नामक पाठ पर एक अभिभावक ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने इस पत्र में लव जिहाद का आरोप लगाया है। पाठ में रीना नाम की लड़की ने अहमद नाम के लड़के को चिट्ठी लिखी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार
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