चारधाम यात्रा : अब तीर्थयात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी
-मुख्य सचिव ने केन्द्रीय गृह सचिव को वर्चुअल बैठक में दिया चारधाम यात्रा का अपडेट
-यात्रा रूट पर बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार और बच्चों की सहायता पर विशेष फोकस
देहरादून, 23 मई (हि.स.)। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गुरुवार को केन्द्रीय गृह सचिव को चारधाम यात्रा का अपडेट दिया। चारों धामों के यात्रा मार्गों और ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी। इस दौरान केन्द्रीय गृह सचिव ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति के लिए कमेटी का गठन करने और धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए।
गुरुवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक में राज्य में चारधाम यात्रा की अद्यतन जानकारी दी। केन्द्रीय गृह सचिव ने मुख्य सचिव को धामों, यात्रा मार्गों एवं ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने जरूरत पड़ने पर यात्रा मार्ग पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए एनडीआरएफ और आईटीबीपी की मदद लेने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही केन्द्रीय गृह सचिव ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति के लिए एक कमेटी का गठित करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कड़ी निगरानी पर विशेष बल दिया है।
मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को बताया कि राज्य में चारधाम यात्रा सफलतापूर्वक, सुरक्षित, सुगम एवं सुचारु रूप से संचालित हो रही है। सभी राज्यों विशेषकर पांच प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र, जहां से सबसे अधिक यात्री चारधाम पर आते हैं। उनके मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से और व्यक्तिगत तौर पर बातचीत कर अनुरोध किया गया है कि यात्री सिर्फ पंजीकरण के बाद ही चारधाम यात्रा पर आएं। जिस तिथि का पंजीकरण हुआ है, उस तिथि को ही चारधाम यात्रा पर आएं। साथ ही व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 मई तक चारधाम यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक लगाई गई है।
मुख्य सचिव ने यात्रा मैनेजमेंट सिस्टम की जानकारी देते हुए कहा कि पंजीकरण के लिए उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा 24 घण्टे संचालित होने वाला कॉल सेन्टर कार्य कर रहा है। पंजीकृत श्रद्धालुओं को बड़कोट (यमुनोत्री), हीना (गंगोत्री), सोनप्रयाग (केदारनाथ) तथा पाण्डुकेश्वर (बद्रीनाथ) में चेक किया जा रहा है। जानकीचट्टी (यमुनोत्री), गंगोत्री मंदिर (गंगोत्री), स्वर्गारोहिणी (केदारनाथ) तथा आईएसबीटी, बीआरओ और माणा (बद्रीनाथ) में धामों के दर्शन के लिए पंजीकृत श्रद्धालुओं को टोकन जारी किए जा रहे हैं। मंदिरों के परिसर में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मोहर लगाकर उनके लिए धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि 22 मई तक कुल 31,18,926 रजिस्ट्रेशन में से यमुनोत्री के लिए 4,86,285, गंगोत्री के लिए 5,54,656, केदारनाथ के लिए 10,37,700, बद्रीनाथ के लिए 9,55,858 और हेमकुण्ड साहिब के लिए 84427 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। चारधाम यात्रा पर आने वाले सर्वाधिक श्रद्धालुओं वाले 10 राज्यों में क्रमशः उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और छतीसगढ़ हैं।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 2024 में यमुनोत्री में 1,38,537 श्रद्धालुओं ने यात्रा सीजन के पहले 10 दिनों में दर्शन किए। यह आंकड़ा गत 2 वर्षों से 127 प्रतिशत अधिक है। गंगोत्री धाम में पहले दस दिनों में 1,28,777 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 89 प्रतिशत अधिक है। केदारनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 3,19,193 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 156 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 1,39,656 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 27 प्रतिशत अधिक है।
मुख्य सचिव ने बताया कि वर्तमान में प्रशासन द्वारा यात्रा रूट पर ट्रैफिक मैनेजमेंट पर विशेष फोकस किया जा रहा है। ट्रैफिक की स्थिति पर सीसीटीवी व ड्रोन से कड़ी निगरानी की जा रही है। रजिस्ट्रेशन और टोकन सिस्टम के कड़ाई से पालन पर ध्यान दिया जा रहा है। बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार और बच्चों की सहायता पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इस दौरान केन्द्रीय गृह सचिव ने उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए केन्द्र से हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्य प्रवेश स्थलों पर हाईटेक चेक पोस्ट-
मुख्य सचिव बताया कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के सुचारु संचालन के लिए परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग और मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है। यात्रा रूट के मुख्य प्रवेश स्थलों पर चार हाईटेक चेक पोस्ट बनाए गए हैं। सोनप्रयाग और गौरीकुण्ड मार्ग पर शटल सर्विस की व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन व्यवस्था की ओर से ग्रीन कार्ड की व्यवस्था की गई है। अभी तक 23063 ग्रीन कार्ड जारी किए गए हैं। टूरिज्म पोर्टल पर पंजीकृत यात्रियों को ट्रिप कार्ड जारी किए जा रहे हैं।
850 सीसीटीवी कैमरा और 8 ड्रोन लगाए गए हैं-
मुख्य सचिव ने बताया कि पुलिस विभाग ने इस वर्ष यात्रा रूट पर 56 टूरिज्म पुलिस सपोर्ट सेन्टर खोले हैं। यात्रा पर निगरानी के लिए 850 सीसीटीवी कैमरा और 8 ड्रोन लगाए गए हैं। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1495 वाहनों की क्षमता वाले 20 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। पार्किंग मैनेजमेंट के लिए क्यूआर कोड बेस्ड सिस्टम शुरू किया गया है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री यात्रा मार्ग पर वाहनों की नियंत्रित आवाजाही को 3-4 होलण्डिंग पाइंट्स बनाए गए हैं। केदारनाथ रूट पर बेहतरीन ट्रैफिक मेनेजमेंट हेतु सेक्टर मजेस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। ट्रैक रूट की सफाई के लिए 657 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है।
12 मुख्य लोकेशन पर 50 स्क्रीनिंग कियोस्क-
इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी विशेष प्रयासों के तहत 12 मुख्य लोकेशन पर 50 स्क्रीनिग कियोस्क लगाए गए हैं। स्वास्थ्य मित्र जो कि फर्स्ट मेडिकल रिस्पॉण्डर्स हैं, की तैनाती भी यात्रा मार्ग पर की गई है। यात्रा रूट पर 156 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। 8 ब्लड बैंक और 2 स्टोरेज यूनिट भी उपलब्ध करवाए गए हैं। 49 स्थायी स्वास्थ्य सुविधाएं और 26 मेडिकल रिलीफ पोस्टस स्थापित की गई हैं। यात्रा मार्ग पर 22 स्पेशलिस्ट, 179 मेडिकल ऑफिसर्स और 299 पेरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की गई है।
बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार,सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर,अरविन्द सिंह हयांकी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज
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