केन्द्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2023 को संसद से मंजूरी
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (हि.स.)। राज्यसभा ने बुधवार को केन्द्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2023 को मंजूरी दे दी। इससे पहले यह विधेयक लोकसभा से भी पास हो चुका है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज राज्यसभा में विधेयक पर जवाब देते हुए कहा कि जनजातीय समुदाय हमारे सरकार की प्राथमिकता है। इस विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा हासिल होगा और यह सभी को जनजातीय विषयों पर विशेष अध्ययन व शोध का अवसर प्रदान करेगा। प्रधान ने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य में और पहले ही विश्वविद्यालय खोलने के लिए तैयार थी लेकिन तेलंगाना सरकार ने समय पर जमीन उपलब्ध नहीं कराई, इसलिए देरी हुई।
उल्लेखनीय है कि इस विधेयक में तेलंगाना में एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रावधान किया गया है। इसमें केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में संशोधन किया गया है। तेलंगाना में खोले जाने वाले इस विश्वविद्यालय का नाम 'सम्मक्का सरक्का केन्द्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय' रखा जाएगा। यह जनजातीय आबादी के लिए उच्च शिक्षा और अनुसंधान सुविधाओं के लिए स्थापित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस विधेयक पर 12 सदस्यों ने अपने विचार रखे।
हिन्दुस्थान समाचार/आशुतोष/दधिबल
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