इंदौरः अनंत चतुर्दशी पर निकला झिलमिलाती नयनाभिराम झांकियों का कारवां, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

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इंदौरः अनंत चतुर्दशी पर निकला झिलमिलाती नयनाभिराम झांकियों का कारवां, देखने के लिए उमड़ा हुजूम


इंदौरः अनंत चतुर्दशी पर निकला झिलमिलाती नयनाभिराम झांकियों का कारवां, देखने के लिए उमड़ा हुजूम


इंदौर, 17 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में अनंत चतुर्दशी पर भव्य चल समारोह निकल रहा है, जिसमें झिलमिलाती नयनाभिराम झांकियों का कारवां शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए लगातार आगे बढ़ रहा है। यह चल समारोह बुधवार अलसुबह तक जारी रहेगा। झांकियों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। इन झांकियों को देखने के लिए सड़कों पर लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। यहां मप्र ही नहीं, देश के कई राज्यों से लोग इन झांकियों को देखने के लिए पहुंचते हैं।

इंदौर में अनंत चतुर्दशी पर भव्य चल समारोह निकालने की पुरानी परम्परा है। इस चल समारोह के सौ साल पूरे हो चुके हैं और यह यह 101वां साल है। यहां मंगलवार को शाम 6 बजते ही झिलमिलाती झांकियों का कारवां शुरू हुआ। झांकियां निकलते ही इंदौर शहर कुछ ऐसा दिखाई देने लगा, मानो आसमां से सितारे जमीं पर उतर आए हों। हर तरफ उत्साह और उल्लास का माहौल है। झांकियों की एक झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम शाम 5 बजे से ही सड़कों पर जमना शुरू हो गया था।

चल समारोह की शुरुआत भंडारी ब्रिज (चिकमंगलूर चौराहा) के पास से हुई। इसमें सबसे आगे खजराना गणेश की झांकी है। उसके बाद इंदौर विकास प्राधिकरण, फिर नगर निगम, होप टेक्सटाईल (भण्डारी मिल), कल्याण मिल, मालवा मिल, हुकुचंद मिल, स्वदेशी मिल, राजकुमार मिल, स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी, जय हरसिद्धी माँ सेवा समिति और शास्त्री कार्नर नवयुवक मंडल छोटा गणपति मंदिर मल्हारगंज की झिलमिलाती झांकियां शामिल हैं। झांकियों के साथ चल रहे अखाड़ों के कलाकार हैरतअंगेज करतब दिखा रहे हैं। लोग इन झांकियां की तस्वीरें अपने कैमरों में कैद कर रहे हैं।

झांकियों का रूट छह किलोमीटर लम्बा है। रात करीब 10.30 बजे झांकियां का कारवां राजवाड़ा पहुंचाया। यहां पर बने स्वागत मंचों से बज रहे संगीत की धुन पर युवा थिरकते नजर आए। मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी झांकी में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने भजन भी गाया। झांकियां और करतब देखने के लिए आज पूरा इंदौर रतजगा करेगा। जुलूस एमजी रोड, कृष्ण पुरा, राजबाड़ा होते हुए पश्चिम क्षेत्र के बाजार में पहुंचेगा। इन झांकियों की झिलमिल रोशनियों से शहर का मध्य क्षेत्र रातभर जगमगाता रहेगा। यहां से झांकियां गुरुवार सुबह पुन: अपने स्थानों पर लौट जाएंगी। वहीं, 18 सितंबर से झांकियां तीन दिन तक मिलों में खड़ी रहेंगी, जहां लोग उन्हें देख सकेंगे।

इस बार होप टैक्स्टाइल मिल की झांकी में दक्षराज द्वारा किए गए अपमान से दुखी सती का यज्ञ की अग्नि में प्रवेश और उससे क्रोधित भगवान शिव के तांडव नृत्य को दर्शाया गया है। वहीं, मां हरसिद्धी सेवा समिति की झांकी में लक्ष्मी जी के आठ स्वरुप यानी अष्ट लक्ष्मी का प्रदर्शन किया गया है। लोकमाता अहिल्या बाई के जीवन पर आधारित नगर निगम की झांकी में अहिल्या बाई की पालकी के दर्शन हो रहे हैं, जबकि नगर निगम इंदौर की दूसरी झांकी में स्वच्छता का संदेश दे रही है। इसमें इंदौर की सड़कों को साफ करते सफाईकर्मियों को दिखाया गया है।

वहीं, इंदौर विकास प्राधिकरण की झांकी में महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण द्वारा रथ का पहिया उठाकर भीष्म पितामह पर हमला करने के प्रसंग को दर्शाया गया है। खजराना गणेश की झांकी में भगवान गणेश को अष्टविनायक स्वरूप में दिखाया गया है। खजराना गणेश की दूसरी झांकी में प्रदूषण पर नियंत्रण और स्वच्छता का संदेश दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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