भारतीय सेना ने डोडा के जंगलों में हेलीकॉप्टर से शुरू की आतंकियों की खोज
- रक्षा मंत्री को सेना प्रमुख ने डोडा के जमीनी हालात और ऑपरेशन की जानकारी दी
- स्पेशल फोर्स, डेल्टा फोर्स और जेकेपी एसओजी को ऑपरेशन में शामिल किया गया
नई दिल्ली, 16 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और तीन जवानों की शहादत पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार सुबह थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से बात की। थल सेना प्रमुख ने रक्षा मंत्री को जमीनी हालात और डोडा में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान की जानकारी दी। राजनाथ सिंह ने आतंकवाद विरोधी अभियान में भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।
जम्मू-कश्मीर के डोडा इलाके में आतंकवादियों के साथ सोमवार की रात मुठभेड़ के दौरान एक कर्नल समेत भारतीय सेना के चार जवान शहीद हो गए। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन मंगलवार सुबह कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय ने दम तोड़ दिया। इनकी शहादत के बाद सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी और भारतीय सेना में सभी रैंक के अधिकारियों ने अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इन बहादुर जवानों ने डोडा क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान चलाते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस दुख की घड़ी में भारतीय सेना शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है।
रक्षा मंत्री ने आज सुबह सीओएएस जनरल द्विवेदी से बात की। सेना प्रमुख ने रक्षा मंत्री को जमीनी हालात और डोडा में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान से अवगत कराया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, उरार बग्गी, डोडा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने पर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी हैं और हमारे सैनिक आतंकवाद के अभिशाप को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारतीय सेना ने आज सुबह से डोडा के जंगलों में तलाशी अभियान चलाया है, क्योंकि इस क्षेत्र में आतंकवादियों की तलाश जारी है। भारतीय सेना डोडा के जंगलों में तलाशी अभियान चलाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर रही है। पहाड़ की सबसे ऊंची चोटियों पर पाकिस्तानी आतंकवादी छिपे हुए हैं। स्पेशल फोर्स, डेल्टा फोर्स और जेकेपी एसओजी कार्रवाई में शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक जिले के देसा इलाके में आतंकवादियों के साथ गोलीबारी के बाद सोमवार शाम सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया था। घेराबंदी को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त जवानों को बुलाया गया है।
इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक आतंकवादी ठिकाने से पुराने जंग लगे हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था। अधिकारियों के अनुसार बरामद सामानों में एके-47 के 30 राउंड, एके-47 राइफल की एक मैगजीन और एक एचई-36 हैंड ग्रेनेड शामिल हैं। यह बरामदगी जम्मू क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों के बाद हुई है, जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमला और जम्मू क्षेत्र के डोडा और उधमपुर में मुठभेड़ शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी डोडा जिले के देसा इलाके में सशस्त्र मुठभेड़ पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, मेरे लोकसभा क्षेत्र के डोडा जिले के देसा इलाके में सशस्त्र मुठभेड़ की खबरों से मैं बहुत व्यथित हूं। हमारे बहादुरों की शहादत पर शोक व्यक्त करने और निंदा करने के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं। आइए हम सभी मिलकर दुश्मन के नापाक मंसूबों को नाकाम करें और शांति और सद्भाव बनाए रखें, जिसके लिए डोडा हमेशा से जाना जाता है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, डोडा जिले में हमारे सेना के जवानों और जेकेपी कर्मियों पर हुए कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारे देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम
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