राजनीति में विचारहीनता समस्या नहीं, विचार शून्यता समस्या हैः नितिन गडकरी
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि राजनीति में आज विचारहीनता संशय नहीं है बल्कि विचारशून्यता समस्या है। बुधवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मीडिया सलाहकार रहें वरिष्ठ पत्रकार अशोक टंडन द्वारा लिखित और प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित 'अटल संस्मरण' पुस्तक के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र में एक परिपूर्ण राजनेता का आदर्श उदाहरण अटल जी थे। उनकी राजनितिक विरासत में उनका कार्य, कर्तृत्व और नेतृत्व इनके साथ उनका व्यक्तिगत आचरण भी आदर्श था। इस पुस्तक में टंडन जी ने कथन किए हुए अनुभव आने वाली पिढीयों को राजनितिक मार्गदर्शन और प्रेरणा देंगे।
अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशती वर्ष के उपलक्ष्य में प्रकाशित 'अटल संस्मरण' पुस्तक विमोचन के मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ बिताए गए दिनों को याद करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि अटल जी सबसे मिला करते थे। फिर वो चाहे विपक्ष के नेता हो उनका मानना था कि मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। इसलिए विरोधियों के साथ भी उनके अच्छे रिश्ते थे। वे अपने विचाधारा के प्रति अडिग थे और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित थे।
अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि अटल जी विजनरी नेता थे। उन्होंने गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ने की फ्लैगशिप योजना शुरू की थी। जो आज भी जारी है। जिसके परिणाम स्वरूप आज साढ़े छह लाख गांव में से साढ़े चार लाख गांव को मुख्य सड़कों से जोड़ा जा चुका है। उनका मानना था कि गांव में सड़क नहीं होगी तो देश का विकास नहीं होगा। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा, अशोक टंडन, प्रभात प्रकाशन के पदाधिकारी और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के मीडिया सलाहकार रहे अशोक टंडन ने अपनी किताब में बड़ा दावा किया। उन्होंने अटल संस्मरण में लिखा, भाजपा वाजपेयी को राष्ट्रपति और आडवाणी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती थी। हालांकि वाजपेयी ने पार्टी के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि ये गलत मिसाल कायम करेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

