पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त, अपराधियों के हौसले बुलंद : चुघ
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (हि.स.)। पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कड़ी नाराजगी जताई है। मंगलवार को चुघ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि अब वे पुलिस थानों तक को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने आज तड़के अमृतसर के इस्लामाबाद थाने में हुए धमाके को भगवंत मान सरकार की नाकामी और आम आदमी पार्टी के कुशासन का सीधा नतीजा बताया। चुघ ने कहा कि ऐसी घटनाएं साबित करती हैं कि पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और अपराधियों के मन में कानून और प्रशासन का कोई डर नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनावों के समय पर इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि आम आदमी पार्टी का शासन पूरी तरह से विफल हो चुका है। इस विस्फोट के बाद पंजाब के लोगों के दिलों में भय का माहौल बन गया है। केजरीवाल और भगवंत मान को इस पर जवाब देना चाहिए कि आखिर प्रदेश को किस दिशा में ले जाया जा रहा है?
चुघ ने इस घटना के तुरंत बाद इस्लामाबाद थाने का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और पुलिस प्रशासन से इस मामले पर जवाब तलब किया। उन्होंने कहा कि गुरु नगरी की देवतुल्य जनता अपने बहादुर पुलिस जवानों के साथ खड़ी है। लेकिन अगर पुलिस थानों पर ही हमले होने लगें तो यह भगवंत मान सरकार के लिए चेतावनी की घंटी है। दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और इसके पीछे की साजिश का पर्दाफाश होना चाहिए।
चुघ ने कहा की भगवंत मान ने जब से पंजाब के मुख्यमंत्री की कमान संभाली हैं, प्रदेश की कानून व्यवस्था को ग्रहण लग गया है, कभी गैंगस्टर जेलों से इंटरव्यू दे रहे होते है तो कभी माफिया खुले आम रंगदारी मांग रहे होते हैं, हमने देखा की पहले पंचायत चुनाव के समय कैसे हिंसा की घटनाएं हुई और अब नगर निकाय के चुनावों में भी कानून व्यवस्था का जनाजा निकला जा रहा है, ये इस महीने की चौथी घटना है जब किसी थाने में इस प्रकार की घटना हुई है, पहले अजनाला थाने में फिर मजीठा थाने में उसके बाद गुरबक्श थाने में और अब इस्लामाबाद थाने में इस प्रकार की घटना होना ये साफ-साफ दर्शा रहा है कि यह पंजाब को अशांत करने की कोई बड़ी साजिश है।
उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार का मौन रवैया यह दिखाता है कि वे प्रदेश की जनता की सुरक्षा के प्रति कितने गैर-जिम्मेदार हैं। अब जनता इन सवालों का जवाब चाहती है और इसके लिए केजरीवाल और मान को जवाब देना ही होगा।
चुघ ने जोर देकर कहा कि अगर पुलिस थाने भी सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी
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