यदि हालात नहीं सुधारे गए तो आने वाले 20 वर्षों में झारखंड का मुख्यमंत्री भी कोई घुसपैठिया ही बन जायेगा: हिमंत बिस्वा सरमा
जमशेदपुर, 2 अगस्त (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा झारखंड के विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा शुक्रवार को जमशेदपुर पहुंचे। यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है। डेमोग्राफी का सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि, संथाल परगना में आदिवासियों की जमीन पर कब्जा हो रहा है। वहां बांग्लादेशी घुसपैठियों का साम्राज्य स्थापित हो रहा है। यदि हालात नहीं सुधारे गये तो आने वाले 20 साल में झारखंड का मुख्यमंत्री भी कोई घुसपैठिया ही बन जायेगा।
राहुल गांधी के जातिगत जनगणना पर उन्होंने कहा कि सबकी जाति पूछने वाले अपनी खुद की जाति नहीं बता पा रहे हैं। उनको ज़्यादा गंभीरता से लेने की ज़रूरत नहीं है। संगठन के बैठक पर उन्होंने कहा कि हम चुनाव झारखंड और झारखंड की अस्मिता बचाने के लिए लड़ रहे है। 'घुसपैठ केंद्र का विषय है' झारखंड सरकार के इस आरोप पर उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन केंद्र को चिट्ठी लिखकर दें कि घुसपैठ की समस्या केंद्र देखे तो उनको हीरो बोलूंगा। केंद्र सरकार यदि कार्रवाई नहीं करती है तो मुझसे सवाल जरूर करें।
बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड राज्य के संथाल परगना के कई विधानसभा क्षेत्र में घुसपैठियों की समस्या बनी हुई है। कई विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट में 120 प्रतिशत से भी ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई है। झारखंड में यदि घुसपैठ नहीं रुकी तो झारखंड की भी हालत असम जितनी गंभीर हो जाएगी। झारखंड में वर्ष 1951 में मुस्लिम जनसंख्या सिर्फ 12-14 प्रतिशत थी लेकिन बांग्लादेश से आये घुसपैठियों के कारण अब जनसंख्या 40-42 प्रतिशत हो गई है। पश्चिम बंगाल में भी तकरीबन 30 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या हो गई है।
उन्होंने कहा कि राजनीति चलती रहेगी। सरकार आएगी, जाएगी लेकिन प्रदेश बचाना हम सभी पार्टियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने हेमंत सोरेन से अपील करते हुए कहा कि आप घुसपैठियों एवं डेमोग्राफी चेंज के मुद्दों को नजरअंदाज मत कीजिए। यदि अभी नहीं संभले तो 30 साल के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री सदन के अंदर घुसपैठियों के सामने समर्पण करते दिखाई देंगे। साथ ही कहा कि घुसपैठियों की मुद्दा हमारे लिए चुनावी मुद्दा नहीं है। ये झारखंड एवं आदिवासियों के भविष्य एवं अस्मिता का मुद्दा है। झामुमो एवं कांग्रेस द्वारा भाजपा पर हिंदू-मुस्लिम करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि देश में आज़ादी के समय से ही हिन्दू मुस्लिम का मुद्दा है। कांग्रेस-झामुमो तो हमेशा से ही मुस्लिम वोट बैंक के खातिर काम करती है और देश में हिंदू मुस्लिम एक मुद्दा है और झारखंड में भी यह मुद्दा है।
हिन्दुस्थान समाचार / शारदा वन्दना / चन्द्र प्रकाश सिंह
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