बिहार के अररिया में रह रहे बंग्लादेशी नागरिक कागजात वेरिफिकेशन में पकड़ाया
अररिया, 05 अक्टूबर(हि.स.)। बिहार के अररिया में बीते तीन साल से अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक को मुखिया ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है। तीन साल पहले भारतीय सीमा को लांघकर बिहार के अररिया में प्रवेश करने वाले नवाब ने भारत के सरकारी सिस्टम के साथ जमकर खिलवाड़ किया। न केवल वह भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर अवैध तरीके से रहते हुए भारत में निकाह की।बल्कि आधार कार्ड से लेकर वोटर आई कार्ड भी बना डाला। सबसे ज्यादा ताज्जुब की बात यह है कि उसने चार माह पहले बनवाए आधार कार्ड में अपने पिता के नाम के स्थान पर अपने चचिया ससुर का नाम अंकित करवाया।
मतदाता पहचान पत्र में बांग्लादेशी नागरिक ने अपने पिता के नाम पर अपनी पत्नी का नाम रंगीला खातून अंकित करवाया,जो खुद में एक सवाल है कि आखिर कैसे मतदाता पहचान पत्र में पिता या पति के नाम के बदले पत्नी का नाम अंकित किया गया। भारत में तीन साल से अवैध रूप से रह रहे नवाब आखिरकार कागजात वेरिफिकेशन के दौरान पकड़ा ही गया। दरअसल बांग्लादेश के चापा नवाबगंज जिला के रहने वाले नवाब भारतीय होने के अपने और अधिक मजबूत आधार को तैयार करने के लिए पासपोर्ट अप्लाई किया था और पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए उनका डॉक्यूमेंट नगर थाना आया था। जहां नगर थाना पुलिस द्वारा स्थानीय मुखिया से पहले वेरिफिकेशन करवाकर लिखवाने की नसीहत देते हुए कागजात देकर भेज दिया। नवाब अपने कागजात वेरिफिकेशन के लिए रामपुर कोदरकट्टी की मुखिया पम्मी देवी के पास पहुंचा।
कागजात अवलोकन के दौरान मुखिया को शक हुआ तो उन्होंने अपने पति राजेश सिंह से सारा वाक्या शेयर की।जिसके बाद राजेश सिंह ने वोटर आई कार्ड में पिता के स्थान पर पत्नी और आधार कार्ड में पिता के नाम के स्थान पर उसी के पंचायत में रहने वाले शख्स का नाम देख कड़ाई से पूछताछ की तो नवाब टूट गया और खुद को बांग्लादेश के होने की बात कही।जिसके बाद अन्य ग्रामीण और सरपंच को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई। नवाब ने स्वीकार करते हुए बताया कि तीन साल पहले वह बांग्लादेश से सीमा पारकर इंडिया आया था।नदी पारकर बीएसएफ के जवानों से मिलकर भारत में प्रवेश करने के बाद कटिहार के सेमापुर में रह रही खाला (मौसी) के पास जाकर रहा। डेढ़ साल पहले रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के मरंगी टोला वार्ड संख्या एक गढ़बनैली में मुश्ताक की बेटी से शादी की।जिनसे उनको एक बेटी है,जिसका नाम नुसरत खातून है। उन्होंने बताया कि वोटर आई कार्ड बनाने के लिए उन्होंने बीएलओ को पैसा दिया था। वह भारतीय होने के अपने सारे कागजातों को दुरुस्त कर लेना चाहता था और इसी को लेकर पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था।
रामपुर कोदरकट्टी की मुखिया पम्मी देवी के द्वारा बांग्लादेश के नागरिक होने की पुष्टि हुई तो उसके पति के द्वारा नगर थाना पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर युवक नवाब को हिरासत में लेकर थाना में पूछताछ कर रही है। खुफिया विभाग ओ अधिकारी भी गिरफ्त में आए बांग्लादेशी नागरिक से पूछताछ में जुटे है। फिलहाल पुलिस पूछताछ में जुटी है और इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर
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