बांग्लादेश में अशांति की तुलना बंगाल से करने पर तृणमूल कांग्रेस नाराज, अमित मालवीय के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
कोलकाता, 19 दिसंबर (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भारतीय जनता पार्टी के सह-पर्यवेक्षक और आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग की है। टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि मालवीय बांग्लादेश में हुई हिंसा का वीडियो साझा कर वहां की घटनाओं को बंगाल में अस्थिरता और डर फैलाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका कहना है कि भारत सरकार को बांग्लादेश में संकट में पड़े अल्पसंख्यकों के पक्ष में खड़ा होना चाहिए। सरकार ऐसा करेगी तो तृणमूल कांग्रेस हमेशा उनके साथ खड़ी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि, पहले से ही अनिश्चितता के माहौल में पड़े बांग्लादेश में इंकलाब मंच के नेता शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के चलते हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। व्यापक अराजकता के बीच अल्पसंख्यक समुदाय और मीडिया संस्थान हमलों का सामना कर रहे हैं। ढाका, चटगांव और अन्य शहरों में शोक जुलूस निकालने के दौरान हिंसक भीड़ ने मीडिया कार्यालयों पर हमला किया। ‘प्रथम आलो’ के कार्यालय पर हमला किया गया और ‘डेली स्टार’ का कार्यालय आग के हवाले किया गया। ढाका के सांस्कृतिक केंद्र छायानट में भी तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं।
इन घटनाओं का वीडियो शेयर करते हुए अमित मालवीय ने शुक्रवार को दावा किया कि बांग्लादेश में मौलवादियों का उदय भविष्य में बंगाल के लिए चेतावनी है। उन्होंने कहा, “जब कट्टरपंथ और उग्र विचारधारा को बढ़ावा दिया जाता है और कानून को नजरअंदाज किया जाता है, तो समाज इसी तरह बिखरता है। यही कारण है कि ममता बनर्जी की सरकार बंगाल के लिए चिंता का विषय है। वर्षों से राजनीतिक संरक्षण, स्वतंत्र संस्थाओं का पतन और चुनिंदा मामलों में चुप्पी ने बंगाल को खतरनाक रास्ते पर धकेल दिया है।”
मालवीय ने यह भी चेतावनी दी कि यदि 2026 के बाद भी ममता बनर्जी की सरकार बनी रहती है, तो बंगाल की स्थिति भी नियंत्रण से बाहर हो जाएगी। इस पर तृणमूल कांग्रेस ने गहरी नाराजगी जताई है। उसका कहना है कि बांग्लादेश की घटनाओं की तुलना पश्चिम बंगाल से करना विशुद्ध राजनीति है। भाजपा आईटी सेल ने ऐसा करके बंगाल का माहौल खराब करने का प्रयास किया है। पार्टी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

