परकोटा के अग्नि कोण के मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित करने का हुआ कार्य

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परकोटा के अग्नि कोण के मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित करने का हुआ कार्य


परकोटा के अग्नि कोण के मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित करने का हुआ कार्य


परकोटा के अग्नि कोण के मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित करने का हुआ कार्य


परकोटा के अग्नि कोण के मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित करने का हुआ कार्य


अयोध्या, 30 अप्रैल (हि.स.)। श्री राम जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण अपने आखिरी चरण के कार्यों के साथ अग्रसर हैं। बुधवार को अक्षय तृतीया की पावन तिथि पर राम मंदिर केपरकोटा के अग्नि कोण में बन रहे मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित कर हनुमान जी की प्रतिमा मध्य मन्दिर में, सूर्य भगवान की प्रतिमा और ध्वज दण्ड नैऋत्य कोण मन्दिर में स्थापित किया गया। इसके साथ ही भगवती की प्रतिमा और ध्वज दण्ड वायव्य कोण मन्दिर में एवं अन्नपूर्णा माता की प्रतिमा और ध्वज दण्ड उत्तरी भुजा के मध्य बनाये गये मन्दिर में स्थापन कार्य संपन्न हुआ।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महामंत्री चंपत राय ने बताया कि आज वैशाख शुक्ल तृतीया ( अक्षय तृतीया) बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि के परकोटा के अग्नि कोण में बन रहे मन्दिर के शिखर पर कलश, गणपति जी की प्रतिमा बैठाना और ध्वज दण्ड स्थापित करने का कार्य किया गया। जो प्रातः काल 7 बजे से प्रारम्भ होकर सुबह 10 बजे तक पूर्ण हुआ। तत्पश्चात हनुमान जी की प्रतिमा दक्षिणी भुजा के मध्य मन्दिर में, सूर्य भगवान की प्रतिमा और ध्वज दण्ड नैऋत्य कोण मन्दिर में, भगवती की प्रतिमा और ध्वज दण्ड वायव्य कोण मन्दिर में एवं अन्नपूर्णा माता की प्रतिमा और ध्वज दण्ड उत्तरी भुजा के मध्य बनाये गये मन्दिर में स्थापना कार्य प्रातः काल से प्रारम्भ हुआ है। जो सायंकाल तक सभी कार्य सम्पन्न हो गए। इस अवसर पर ट्रस्ट सदस्य डॉ अनिल मिश्र, मंदिर व्यवस्थापक गोपालराव के साथ निर्माण से जुड़े लोग उपस्थित रहे।गौरतलब है कि मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के मुख्य शिखर पर विधि विधान पूर्वक ध्वज दंड स्थापित किया जा चुका है। दंड बयालीस फुट लंबा है। विदित हो कि शिखर कलश समेत मन्दिर की ऊंचाई 161फुट है अब इसमें 42 फुट का ध्वज दंड भी जुड़ गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

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