सोना चोरी के आरोप पर खुद घिरे अविमुक्तेश्वरानंद, स्वामी अच्युतानंद ने रामालय ट्रस्ट के नाम पर जुटाए दान का मांगा हिसाब
- अविमुक्तेश्वरानंद के पास शंकराचार्य की कोई योग्यता नहीं, गिरा रहे पद की गरिमा
- धर्म-कर्म से उनका कोई नाता नहीं, राजनीतिक बयान देकर सुर्खियों में बने रहना उनकी आदत
- देश में बढ़ते स्वयं-भू शंकराचार्यों पर भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने जताई चिंता
देहरादून, 21 जुलाई (हि.स.)। केदारनाथ धाम में सोना चोरी का आरोप लगा सनसनी फैलाने वाले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद अब खुद ही घिरते नजर आ रहे हैं। सोना चोरी के उनके आरोप पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी और उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शंकराचार्य होने पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। इसके बाद तमाम प्रमुख संतों ने अविमुक्तेश्वरानंद पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। वहीं हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध भूमा निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पर आरोपों की बौछार करते हुए उनके विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग की है।
भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने रविवार को मीडिया से बातचीत में वर्तमान में देश में बढ़ते स्वयंभू शंकराचार्यों पर चिंता जाहिर की और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को भी स्वयंभू शंकराचार्य बताया। उन्होंने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद के पास ना तो शंकराचार्य पद की कोई योग्यता है और ना ही शास्त्रों में लिखे गए नियमों के अनुसार वह शंकराचार्य पद पर विराजमान हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह शंकराचार्य पद की गरिमा को गिरा रहे हैं। अविमुक्तेश्वरानंद का धर्म-कर्म से कोई नाता नहीं है। इसके विपरीत वह हमेशा राजनीतिक बयान देकर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके विरुद्ध उच्चतम न्यायालय में भी विवाद चल रहा है और उनके शंकराचार्य पद पर विराजमान होने पर रोक लगी है।
स्वामी अच्युतानंद ने अविमुक्तेश्वरानंद पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि उनको रामालय ट्रस्ट के नाम पर एकत्र किए गए हजारों किग्रा सोने का हिसाब भी देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद के गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर के नाम पर रामालय ट्रस्ट बनाकर अरबों रुपये का सोना एवं नकदी लोगों से दान प्राप्त किया था, जिसका कोई हिसाब-किताब इन्होंने नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि अपने अनैतिक आचरण के कारण ही यह धनाढ्य लोगों के विवाह समारोह में शामिल होते हैं।
अविमुक्तेश्वरानंद के विरुद्ध प्रधानमंत्री को पत्र लिख करेंगे सीबीआई जांच की मांग
उन्होंने कहा कि अविमुक्तवश्वरानंद केदारनाथ मंदिर में सोना गायब होने की बात अपने ऊपर लगे आरोपों तथा पूर्व में रामालय ट्रस्ट के नाम पर प्राप्त किए गए हजारों किलो सोना व करोड़ों रुपये का हिसाब देने से बचने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि केदारनाथ से सोना गायब हुआ है तो अविमुक्तेश्वरानंद को उसका प्रमाण उनको देना चाहिए। इस तरह की अप्रमाणित बातें करना उन्हें शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अविमुक्तेश्वरानंद के विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण / प्रभात मिश्रा
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