विधानसभा चुनावों में चली ''योगी'' की ''योगमाया''

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विधानसभा चुनावों में चली ''योगी'' की ''योगमाया''




-रविवार को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में खिला कमल

-योगी पर भी था चुनावों में कमल खिलाने का दारोमदार

-मुख्यमंत्री योगी ने 57 रैली कर 92 प्रत्याशियों के लिए की थी विधानसभा भेजने की अपील

-मध्य प्रदेश में 29 सीटों पर सीएम योगी ने किया था प्रचार, 22 पर खिला कमल

गोरखपुर, 03 दिसंबर (हि.स.)। रविवार को सूर्योदय के साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस समेत अन्य दलों के उम्मीदवारों और उनके समर्थकों में धुकधुकी शुरू हो गई थी। हालांकि दिन के मध्याह्न तक मतगणना के आंकड़ों को देखते हुए उत्साह और निराशा का पक्ष स्पष्ट हो गया।

दोपहर 12 बजे तक बहुत हद तक चुनावी तस्वीर साफ हो गयी और इसी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रचार अभियान की चर्चाएं भी जोर पकड़ने लगीं। इन प्रदेशों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभाओं और भाषणों ने अपना असर दिखाया और अधिकतर सीटों पर योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता तक पार्टी की नीतियों और योजनाओं को पहुंचाने में सफल रहे। नतीजतन चार में से तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में कमल खिल गया। वहीं तेलंगाना में भी भारतीय जनता पार्टी ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। यहां एक सीट के आंकड़े में बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए भाजपा 08 सीटों पर विजयी रही।

यूपी के सीएम योगी का चला जादू

भाजपा कार्यकर्ता यह कहते नहीं थक रहे कि इन चारों राज्यों के चुनावी प्रचार अभियान में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का जादू चला है। बकायदा वे आंकड़े भी गिना रहे हैं। वे कह रहे हैं कि चुनाव प्रचार में यूपी सीएम योगी की योगमाया चली है और उनके भाषणों का जादू अधिकांश मतदाताओं के सिर चढ़ा। मुख्यमंत्री योगी ने चारों राज्यों में 57 रैली कर 92 सीटों पर कमल खिलाने की अपील की थी। इनमें से अधिकांश पर भाजपा उम्मीदावारों को विजयश्री मिली है।

मध्य प्रदेश विजय अभियान में योगी का रहा बड़ा योगदान

योगी आदित्यनाथ ने मध्य प्रदेश में चार दिनों में 16 रैलियां की थी और 29 प्रत्याशियों के पक्ष में मत की अपील की थी। ऐसे में जब रविवार को चुनाव परिणाम आए तो 22 सीटों पर कमल खिला। हालांकि इन चुनावों में एमपी के मुख्यमंत्री की छवि और भाजपा की योजनाओं ने आदित्यनाथ की अपील को और धार देने का काम किया।

राजस्थान की सत्ता वापसी में योगी का योगदान

राजस्थान में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 07 दिन में 26 रैली कर 39 प्रत्याशियों को जिताने की अपील की थी। जिसमें 19 पर पार्टी ने जीत दर्ज की। सीएम योगी ने अलवर जिले की तिजारा सीट से पार्टी प्रत्याशी बाबा बालकनाथ के नामांकन सभा से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की थी। प्रचार अभियान में योगी की छवि बुलडोजर बाबा के रूप में काफी प्रचलित रही। योगी आदित्यनाथ के शब्दों का जादू राजस्थान में चला और अशोक गहलोत की सरकार विपक्ष में बैठने को मजबूर हो गई।

छत्तीसगढ़ में भी चला जादू

छत्तीसगढ़ में भी सीएम योगी का जादू चला। छत्तीसगढ़ में दो दिन में 9 प्रत्याशियों के लिए 7 रैली की। यहां पर पंडरिया से भावना बोहरा, कवर्धा से विजय शर्मा व राजनांदगांव से डॉ रमन सिंह ने चुनाव में जीत दर्ज की है। वहीं साजा से ईश्वर साहू काफी अंतर से आगे हैं।

तेलंगाना जहां किया प्रचार, वहां मिली जीत

पिछली बार तेलंगाना में भाजपा ने एक सीट जीती थी। इस बार यह आंकड़ा तेजी से बढ़ गया। तेलंगाना में दो दिन में 08 रैली कर योगी आदित्यनाथ ने 15 प्रत्याशियों के लिए मत एवं समर्थन मांगा था। नतीजा यह रहा कि सीरपुर से डॉ पलवई हरीश बाबू और घोषा महाल से टी. राजा सिंह ने बड़ी जीत दर्ज की।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ आमोदकांत/आकाश

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