(अपडेट) मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भूटान के राजा से की वार्ता, असम-भूटान के ऐतिहासिक संबंधों को सुदृढ़ करने पर जोर

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(अपडेट) मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भूटान के राजा से की वार्ता, असम-भूटान के ऐतिहासिक संबंधों को सुदृढ़ करने पर जोर


(अपडेट) मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भूटान के राजा से की वार्ता, असम-भूटान के ऐतिहासिक संबंधों को सुदृढ़ करने पर जोर


-भूटान के प्रधानमंत्री के साथ आपसी हितों पर चर्चा, व्यापारिक साझेदारी को मजबूत बनाने पर सहमति

-मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने भूटान के 117वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में लिया हिस्सा, भूटानी सरकार ने किया भव्य स्वागत

थिम्फू, 17 दिसंबर (हि.स.)। भूटान सरकार के निमंत्रण पर असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर भूटान पहुंचे। आज उन्होंने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने असम और भूटान के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने तथा आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। बैठक में भूटान के विकास, लोगों की भलाई और क्षेत्रीय आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया।

मुख्यमंत्री डॉ सरमा ने इसके बाद भूटान के प्रधानमंत्री दशो शेरिंग तोग्बे के साथ एक अन्य बैठक में आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने असम और भूटान के बीच व्यापारिक साझेदारी को सुदृढ़ करने के लिए नए अवसर तलाशने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों क्षेत्रों के बीच सात पारंपरिक व्यापार मार्गों के माध्यम से वर्षों से गहरे आर्थिक संबंध बने हुए हैं। उन्होंने भूटानी नेतृत्व को आश्वासन दिया कि असम सरकार असम-भूटान सीमा पर व्यापारिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेगी। उन्होंने व्यापार और वाणिज्य को और सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त व्यापार मार्गों के निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया। साथ ही उन्होंने ‘असम माला’ योजना के अंतर्गत कोकराझार से ग्यालफु के बीच सड़क संपर्क को मजबूत करने के प्रयासों पर प्रकाश डाला।

इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ के.के. द्विवेदी भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ सरमा और उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा ने भूटान के 117वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में भी हिस्सा लिया। थिम्फू के प्रसिद्ध चांगलिमिथांग मैदान में आयोजित इस समारोह में भाग लेना मुख्यमंत्री के लिए एक भावनात्मक और यादगार अनुभव रहा। उन्होंने भूटान सरकार के भव्य स्वागत और शानदार आयोजन के लिए आभार प्रकट किया।

गौरतलब है कि भूटान का राष्ट्रीय दिवस 1907 में देश के पहले राजा उग्येन वांगचुक के राज्याभिषेक की स्मृति में मनाया जाता है। यह अवसर भूटान के सांस्कृतिक गौरव को सम्मान देने और देश की शांति, समृद्धि और खुशहाली के प्रति जनता की प्रतिबद्धता को दोहराने का मौका देता है।

बाद में मुख्यमंत्री डॉ सरमा और उनकी पत्नी ने थिम्फू स्थित क्वेनरी हॉल में भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर प्रार्थना की।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

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