अनंतनाग मुठभेड़ के बलिदानियों में सिरमौर का प्रवीण शर्मा भी
शिमला, 11 अगस्त (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से मुठभेड़ में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वालों में सिरमौर के राजगढ़ के पालू गांव के लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण शर्मा भी शामिल हैं। प्रवीण शर्मा (26) के बलिदान के खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दाैड़ गई। प्रवीण अपने माता-पिता का एकमात्र बेटा था और दो महीने बाद ही उसकी शादी होने वाली थी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रवीन के बलिदान हाेने पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलाें और आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण शर्मा और
बहादुर हवलदार दीपक कुमार यादव देश के लिए बलिदान हो गए थे। इनमें वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण शर्मा
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के राजगढ़ के पालू गांव के थे। बताया गया कि दो महीने बाद ही उसकी शादी होने वाली थी और घर में शादी की
तैयारियां चल रही थीं। प्रवीण के बलिदान होने की सूचना मिलने की खबर परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
रविवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रवीन शर्मा (26) के बलिदान हो जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवदेनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने शहीद के परिवारजनों की हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भी बलिदान के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और ईश्वर से शोक संतप्त परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की है।
इसी बीच उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि शहीद की पार्थिव देह सोमवार सुबह चंडीगढ़ पहुंचेगी। प्रशासन ने चंडीगढ़ से पार्थिव देह को लाने के लिए एंबुलेंस का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उपमंडलाधिकारी राजगढ़ को भी उचित दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सोमवार को पैतृक गांव हब्बन में सैन्य सम्मान के साथ प्रवीण का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने क्षेत्र में घुसे 50-55 पाकिस्तानी आतंकवादियों का पता लगाने के लिए जम्मू क्षेत्र में लगभग पांच सौ पैरा एसएफ कमांडो तैनात किए हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बाहर से लगभग 2500 सैनिकों को तैनात किया गया है।शनिवार को अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों की आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इसमें सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल और हवलदार के बलिदान हो गए थे।
हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला / सुनील कुमार सक्सैना
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