डोडा के वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सैन्य अधिकारी बलिदान
डोडा, 14 अगस्त (हि.स.)। डोडा के अकर वन क्षेत्र में चल रहे ऑपरेशन अस्सर के दौरान बुधवार को भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन दीपक बलिदान हो गए। कैप्टन की शहादत होने के बाद भी मंगलवार को शुरू हुआ ऑपरेशन अभी भी जारी है।
भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुठभेड़ शुरू होने के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया। व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने पहले दिन कहा, भारी गोलीबारी के बीच आतंकवादियों की तलाश जारी है। ऑपरेशन के दौरान युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कैप्टन दीपक ने आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व किया और आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए अपने जवानों को निर्देशित करना जारी रखा। उन्होंने कल रात और आज सुबह भी आतंकवादी समूह पर गोलीबारी की। गोली लगने के बावजूद वह अपने जवानों को यथासंभव निर्देश देते रहे।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की भारी गोलीबारी के कारण कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत मौके से निकालकर अस्पताल ले जाया गया लेकिन कैप्टन गंभीर चोटों के कारण वीरगति को प्राप्त हो गए और देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान दिया। इस बीच इलाके में तलाशी अभियान जारी है और समाचार लिखे जाने तक अभियान जारी था।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह / सुनीत निगम
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