उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की नई पहल

उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की नई पहल
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उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की नई पहल


-यूटीडीबी और आईआरसीटीसी के मध्य अनुबन्ध हस्ताक्षरित

देहरादून, 08 फरवरी (हि.स.)। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने मानसखंड पर्यटन और देश के अन्य शहरों -स्थानों पर प्रचार-प्रसार के लिए विशेष पर्यटक ट्रेन (मानसखंड एक्सप्रेस) का संचालन करने के लिए गुरुवार को एक एमओयू (समझौता हस्ताक्षर) पर हस्ताक्षर किए हैं।

सुभाष रोड स्थित अपने शासकीय आवास में पर्यटन और मंत्री सतपाल महाराज की मौजूदगी में यह एमओयू हुआ। इस दौरान मंत्री ने कहा कि मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग ने एक नई पहल की गई है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज गरिमामयी उपस्थिती में पर्यटन विभाग आईआरसीटीसी के मध्य देश के विभिन्न क्षेत्रों से राज्य के अल्पज्ञात गंतव्यों के लिए एक स्पेशल पर्यटक ट्रेन प्रारंभ करने के लिए अनुबंध कर लिया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से डॉ. हरीश रैड़तोलिया, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी और आईआरसीटीसी की ओर से सुनील कुमार, समूह महाप्रबन्धक द्वारा अनुबन्ध पर हस्ताक्षर किये गये।

उत्तराखंड पर्यटन का यह नूतन प्रयास, भारत के सुदूर इलाकों से सैलानियों को उत्तराखंड के विभिन्न अल्पज्ञात दर्शनीय स्थलों तक पहुंचाने में कड़ी का काम करेगा। इस ट्रेन के संचालन से राज्य के पर्यटन विकास को एक नयी दिशा मिलेगी। मानसखंड स्थित मंदिरों की यात्रा के साथ शुरू होने वाली प्रथम ट्रेन अप्रैल माह में संचालित किया जाना प्रस्तावित है। भविष्य में तमिलनाडु से कार्तिक स्वामी मंदिर रुद्रप्रयाग, उड़ीसा से जगन्नाथ मंदिर- उत्तरकाशी आदि के लिए भी यात्रा कार्यक्रम बनाए जाएंगे।

यात्रा के दौरान उत्तराखंडी व्यंजन परोसे जाएंगे और पर्यटन विभाग की ओर से प्रशिक्षित गाइड्स को भी रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। इस ट्रेन को उत्तराखंड से जुड़े विभिन्न गंतव्यों, उत्तराखंडी व्यंजन, त्योहार आदि को चित्रों द्वारा सुसज्जित किया जायेगा, जिससे देश के विभिन्न शहरों से गुजरने पर इन गंतव्यों के बारे में आम जनमानस को जानकारी भी प्राप्त हो सके।

मानसखंड स्थित विभिन्न मंदिरों के भ्रमण के लिए पहली ट्रेन अप्रैल, 2024 में कोलकाता से चलाई जाएगी। इसके पाद अन्य शहरों के लिए भी तैयारी की जा रही है। मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन के लिए हुए करार के अनुसार उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद का खर्च सालाना पांच करोड़ के लगभग होगा।

मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों के लिए ये हैं प्रमुख दर्शानार्थ स्थान-

पूर्णागिरी, हाट कालिका, पाताल भुवनेश्वर, मायावती, बालेश्वर, मानेश्वर, जागेश्वर, गोलू, देवता-चितई, नंदा देवी, कसार देवी, कटारमल अल्मोड़ा, नानकमत्ता गुरुद्वारा,खटीमा और नैना देवी नैनीताल ऐसे सम्भावित स्थल हैं। जिनका मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों के दर्शानार्थ प्रमुख स्थान हैं। मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन में पांच सौ यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे। ट्रेन के सभी यात्री डिब्बे सेकेंड एसी हैं। साथ ही ट्रेन में यात्रा के दौरान भोजन की भी व्यवस्था होगी।

यात्रा के दौरान यात्रियों को उत्तराखंड के व्यंजन भी परोसे जाएंगे। यात्रा के दौरान होटल व्यवस्था, यात्रियों द्वारा भ्रमण, गाइड आदि को टूर पैकेज के रूप में भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) रेल मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से सुनिश्चित किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज

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