(वाइब्रेंट गुजरात समिट) प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गुजरात के विकास में हाईवे, रेलवे, वाटर-वे और एयर-वे निभा रहे अहम भूमिकाः मनोहर लाल खट्टर
-‘अफ्रीका द नेक्स्ट फ्रंटीयर एंड स्कोप फॉर इंडिया’ विषय पर आयोजित हुआ सेमिनार
गांधीनगर, 11 जनवरी (हि.स.)। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2024 के दूसरे दिन गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में ‘अफ्रीका द नेक्स्ट फ्रंटीयर एंड स्कोप फॉर इंडिया’ विषय पर एक सेमिनार आयोजित हुआ। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) पर बल देते हुए कहा कि गुजरात और अफ्रीका की तरह हरियाणा में भी विकास के लिए ‘पॉसिबिलिटीस, पोटेंशियलिटी और प्रॉस्पेरिटी’ का एक अच्छा समन्वय देखने को मिलता है।
खट्टर ने कहा कि औद्योगिक विकास के साथ हमें कौशल विकास, नॉलेज और टेक्नोलॉजी, आर्थिक विकास और मानवीय संबंधों एवं सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए। आज हमारे देश के युवा ‘जॉब सीकर’ यानी नौकरी तलाशने वाले नहीं, बल्कि ‘जॉब गिवर’ यानी नौकरी देने वाले बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में गुजरात के विकास में हाईवे, रेलवे, वाटर-वे और एयर-वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मिनिस्टर-काउन्सलर, पॉलिटिकल और इकोनॉमिक, घाना हाई कमिश्नर, नई दिल्ली अर्नेस्ट नाना एडजई ने कहा कि घाना सोना, लिथियम प्रोड्यूसर, ऑयल और नेचुरल गैस, मैंगनीज तथा कृषि उत्पादों के उत्पादन में अग्रणी है। टूरिज्म और हेल्थकेयर के क्षेत्र में भी घाना ने काफी प्रगति की है। हम भारत के गुजरात जैसे समृद्ध राज्यों के लिए लाल कालीन बिछाकर विकास के लिए उनका स्वागत करते हैं।
भारत में युगांडा की राजदूत और डिप्टी हेड ऑफ मिशन एम्ब मार्गरेट एल. क्योगिर ने युगांडा में मौजूद उज्ज्वल अवसरों के विषय में बात करते हुए कहा कि “हमारे देश में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, फिश प्रोसेसिंग, जूस, कॉफी, डेयरी विकास, पोल्ट्री, कोल्ड स्टोरेज, शिक्षा, माइनिंग, मेडिकल और टूरिज्म एवं हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में विकास के भरपूर अवसर हैं तथा भारत को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।”
इंडो-अफ्रीका चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की महासचिव डॉ सुनंदा राजेन्द्रन ने कहा कि अफ्रीकी देश की युवा आबादी की मांग को ध्यान में रखते हुए अफ्रीका में कृषि, डेयरी विकास, सड़कें, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और बिजली सहित ढांचागत सुविधाओं के उद्योगों में विकास की उज्ज्वल संभावनाएं हैं, जिसका भारतीयों को लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने विस्तार से बताया कि भारत कैसे अफ्रीका का साझेदार बन सकता है।
इस अवसर पर बुर्कीना फासोना के भारत स्थित राजदूत डॉ डायजीरे सोमे, कॉरपोरेट सलाहकार सुहानी प्रभु, इंडो-अफ्रीका चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्य प्रणय पारेख सहित अफ्रीकी देशों और भारत के अग्रणी एवं उद्योगपति उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश
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