अपडेट - पीएफआई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, एनआईए, ईडी और राज्य पुलिस ने 93 स्थानों में की छापेमारी



नई दिल्ली, 22 सितंबर (हि.स.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) और राज्य पुलिस बलों ने गुरुवार को पीएफआई के जुड़े लोगों पर बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसियों ने देशभर में पीएफआई के जुड़े लोगों के यहां संयुक्त तलाशी अभियान चलाकर 15 राज्यों में 93 स्थानों पर तलाशी ली।

एनआईए ने एक बयान जारी कर बताया कि तलाशी पीएफआई के शीर्ष नेताओं और सदस्यों के घरों और कार्यालयों पर एनआईए द्वारा दर्ज पांच मामलों के संबंध में की गई थी। इन मामलों को लगातार मिल रहे इनपुट और सबूतों के बाद केस दर्ज किए गए थे। मामले में पाया गया था कि पीएफआई नेता और कैडर आतंकवाद और आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने में शामिल थे। इन शिविर का मकसद प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए सशस्त्र प्रशिक्षण और लोगों को कट्टरपंथी बनाना था।

शुरूआत में तेलंगाना पुलिस ने 25 से अधिक पीएफआई कैडरों के खिलाफ निजामाबाद (तेलंगाना) में 4 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोपित धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हिंसक और आतंकवादी कृत्यों को करने के लिए प्रशिक्षण देने के लिए शिविर आयोजित कर रहे थे। पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राज्यों द्वारा पीएफआई और उसके नेताओं और सदस्यों के खिलाफ कई हिंसक कृत्यों में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। पीएफआई द्वारा किए गए आपराधिक हिंसक कृत्य जैसे कॉलेज के प्रोफेसर का हाथ काटना, अन्य धर्मों को मानने वाले संगठनों से जुड़े व्यक्तियों की निर्मम हत्याएं, प्रमुख लोगों और स्थानों को लक्षित करने के लिए विस्फोटकों का संग्रह, इस्लामिक स्टेट को समर्थन और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने से नागरिकों के मन में आतंक फैलाने का एक प्रदर्शनकारी प्रभाव पड़ा है।

एनआईए के अनुसार आज सुबह से केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, बिहार और मणिपुर के 93 स्थानों पर तलाशी ली गई। छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, नकदी, धारदार हथियार और बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। इन मामलों में एनआईए ने 45 गिरफ्तारियां की हैं। इनमें 19 आरोपितों को केरल से, 11 को तमिलनाडु से, सात को कर्नाटक से, चार को आंध्र प्रदेश से, दो को राजस्थान से, यूपी और तेलंगाना से एक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। वर्तमान में एनआईए पीएफआई से संबंधित कुल 19 मामलों की जांच कर रही है और आज की छापेमारी 5 मामलों से जुड़ी रही है।

एनआईए के अलावा भी राज्य पुलिस और ईडी ने भी गिरफ्तारी की है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार 100 से अधिक गिरफ्तारियां हुईं हैं। इसमें एनआईए ने 45 और बाकी राज्य पुलिस और ईडी ने की हैं। आज के ऑपरेशन में 300 से अधिक एनआईए के अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। यह एनआईए का अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है।

दिल्ली में पीएफआई अध्यक्ष परवेज के यहां एनआईए ने तड़के साढ़े तीन बजे छापेमारी कर उसे और उसके भाई को गिरफ्तार किया। ओखला में रहने वाला परवेज लंबे समय से पीएफआई से जुड़ा है। इस बीच एनआईए द्वारा पहले दर्ज एक मामले में जांच एजेंसी ने हैदराबाद के चंद्रयानगुट्टा में तेलंगाना पीएफआई मुख्यालय को सील कर दिया है। दिल्ली से गिरफ्तार पीएफआई के 18 सदस्यों की कोर्ट में पेशी की गई है। पटियाला हाउस कोर्ट ने 18 सदस्यों को 4 दिन की एनआईए की हिरासत में भेजा है।

हिन्दुस्थान समाचार/अनूप

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story