मालधारी समुदाय के व्यापक विरोध के बाद मवेशी नियंत्रण विधेयक को सर्वसम्मति से विधानसभा से वापस लिया

मालधारी समुदाय के व्यापक विरोध के बाद मवेशी नियंत्रण विधेयक को सर्वसम्मति से विधानसभा से वापस लिया


- गौरतलब है कि आज सुबह से ही मालधारी समाज दूध की बिक्री पर रोक लगा कर हर जगह विरोध प्रदर्शन कर रहा है

गांधीनगर/अहमदाबाद, 21 सितंबर (हि.स.)। पशु नियंत्रण विधेयक को विधानसभा से सर्वसम्मति से वापस ले लिया गया है| राज्यपाल द्वारा विधेयक को पुनर्विचार के लिए वापस भेज दिया गया था। जिसके बाद आज इस बिल को विधानसभा से वापस ले लिया गया है। गौरतलब है कि आज सुबह से ही मालधारी समाज दूध की बिक्री पर रोक लगा कर हर जगह विरोध प्रदर्शन कर रहा है|

राज्य सरकार के प्रवक्ता जीतू वाघानी ने आज कांग्रेस पर वाक प्रहार करते कहा, 'हमने आज कई बार कांग्रेस से कहा है, सदन के काम में हिस्सा लें, चर्चा करें| लेकिन कांग्रेस की मानसिकता नकारात्मक है। गुजरात की जनता उन्हें जानती है। कांग्रेस की जनविरोधी मानसिकता का पर्दाफाश हो गया है। कांग्रेस नंबर एक सवाल है जो चुनाव आने पर कुछ लोगों को याद रहता है। हम संवाद में विश्वास करते हैं। सब के बावजूद, गुजरात सरकार ने फैसले लिए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन से विधेयक पारित हुआ है, मुख्यमंत्री इसे लेकर काफी संवेदनशील हैं| वह एक व्यापारिक समाज के बारे में सोच रहे थे। आज यह बिल सदन से वापस ले लिया गया है।

14वीं गुजरात विधानसभा के 11वें सत्र के पहले दिन सदन के नेता और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सदन के दिवंगत पूर्व सदस्यों के दुखद निधन पर दुख व्यक्त किया और श्रद्धांजलि दी| गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री दिवंगत पूर्व मंत्री भगूभाई गोमनभाई पटेल, गुजरात राज्य के पूर्व मंत्री स्वर्गीय ताराचंद जगदीशभाई छेड़ा, और गुजरात राज्य के पूर्व सदस्य स्वर्गीय सुरेंद्रसिंह नेत्रपालसिंह राजपूत, स्व घनश्यामभाई वेल्शीभाई ठक्कर, स्व. ईश्वरभाई नरसिंहभाई वाहिया, स्व. मगनसिंह चिमनसिंह वाघेला और स्व. भरतभाई वासरामभाई खेरानी के निधन पर शोक पत्र में इन सभी दिवंगत सदस्यों ने एक जागरूक जन प्रतिनिधि और लोक सेवक के रूप में सेवा की भावना, कर्तव्य के प्रति समर्पण को याद किया।

गौरतलब है कि मालधारी समाज द्वारा आज बुधवार 21 तारीख को दूध हड़ताल का आयोजन किया गया है| उन्होंने धमकी दी है कि जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती, आंदोलन जारी रहेगा। फिर कल दोपहर राज्य में लोगों के बीच यह कानाफूसी हुई कि बुधवार को दूध नहीं मिलेगा | इस वजह से मंगलवार को ही ज्यादातर लोगों ने बुधवार के लिए दूध का भंडारण कर लिया था| हालांकि, आज सुबह दूध हमेशा की तरह उपलब्ध है। दूध राज्य के बड़े शहरों अहमदाबाद, वडोदरा में बेचा जा रहा है| मालधारी समाज दूध की बिक्री पर रोक का कोई असर दिखाई नहीं दिया |लोगों को बिना किसी परेशानी के आसानी से दूध मिल रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/पारस/हर्ष शाह

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