अलगाववादी नेता यासीन मलिक के खिलाफ पेशी वारंट जारी
जम्मू, 23 नवम्बर हि.स.। जम्मू की टाडा कोर्ट ने बुधवार को अलगाववादी नेता यासीन मलिक के खिलाफ पेशी वारंट जारी किया है। सीबीआई की वकील ने बताया कि 25 जनवरी 1990 को भारतीय वायु सैनिकों की हत्या के मामले में आज मलिक के कोर्ट में पेश न होने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए टाडा कोर्ट ने पेशी वारंट जारी किया है और यासीन मलिक को 22 दिसंबर को होने वाली अगली सुनवाई में पेश करने को कहा है।
बता दें कि 25 जनवरी 1990 को एक सुनियोजित योजना के तहत श्रीनगर के रावलपोरा में मलिक और उसके अन्य साथियों ने स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना सहित पांच भारतीय वायुसेना कर्मियों को कथित तौर पर मार दिया था। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने बताया कि यासीन मलिक ही पांच भारतीय वायुसेना कर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी है। 31 अगस्त 1990 को जम्मू में टाडा अदालत के समक्ष केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा उन्हें आरोपित साबित किया गया था। मलिक को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी आतंकी फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया और एनआइए की विशेष अदालत ने 25 मई को उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अभी तक यासीन को दो मामलों में उम्रकैद और 10 मामलों में 10 साल सजा सुनाई गई है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी। इसके अलावा उस पर 10 लाख रुपए जुर्माना भी लगाया गया था। वह इस समय तिहाड़ जेल में है।
यासिन मलिक पर 1989 में पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी एवं महबूबा मुफ्ती की बहन रुबिया सईद के अपहरण का मामला भी चल रहा है। इस मामले की 24 नवंबर यानी कल वीरवार को जम्मू के टाडा कोर्ट में ही सुनवाई होनी है।
हिन्दुस्थान समाचार/बलवान
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