ओआरएस के उपयोग में अग्रणी भूमिका निभाने वाले दिलीप महालनाबिस को पद्म विभूषण सम्मान
नई दिल्ली, 25 जनवरी (हि.स.)। भारत सरकार ने ओआरएस के उपयोग में अग्रणी भूमिका निभाने वाले दिलीप महालनाबिस (मरणोपरांत) को पद्म विभूषण (दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान) देने की घोषणा की है। दिलीप के प्रयासों से विश्व स्तर पर कई लोगों की जान बचाई गई। उन्होंने साबित किया कि ओआरएस कितनी प्रभावशाली है।
पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ दिलीप महालनाबिस ने ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के व्यापक उपयोग का बीड़ा उठाया था, जिससे विश्व स्तर पर पांच करोड़ से अधिक लोगों की जान बचाने का अनुमान है। उन्होंने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान शरणार्थी शिविरों में सेवा करते हुए ओआरएस की प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया। डॉ महालनाबिस का पिछले साल अक्टूबर माह में निधन हो गया था।
उल्लेखनीय है कि ओआरएस एक सरल, सस्ता लेकिन प्रभावी सरल उपाय है, जिसकी बदौलत दुनिया में डायरिया, हैजा और निर्जलीकरण के कारण होने वाली मौतों खासकर शिशुओं और बच्चों में 93 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनूप
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