दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर स्टेशनों के पार्किंग में एक साथ खड़े हो सकेंगे 8 हज़ार से अधिक वाहन
गाजियाबाद, 18 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक और कदम आगे बढ़ाया है। दिल्ली से मेरठ के बीच कुल 25 आरआरटीएस स्टेशनों पर तैयार किए जा रहे प्रत्येक पार्किंग स्थलों पर 8,000 से अधिक वाहन एकसाथ खड़ा हो सकेंगे।
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने गुरुवार को बताया कि नमो भारत ट्रेन सेवाएं एनसीआर में रीजनल केंद्रों को उच्चगति से कनेक्ट कर रही हैं। आरआरटीएस स्टेशनों को रणनीतिक रूप से 5 से 10 किमी की औसत दूरी पर विकसित किया जा रहा है। एनसीआरटीसी इस दिशा में यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पार्किंग क्षेत्रों में पर्याप्त स्थान प्रदान कर रही है, ताकि यात्री अपने निजी वाहनों को पार्किंग करके नमो भारत ट्रेनों की आरामदायक, सुरक्षित और विश्वसनीय सवारी का आनंद ले सकें। इससे न केवल दिल्ली-मेरठ मार्ग पर निजी वाहनों का भार काफी कम होगा बल्कि सड़क दुर्घटनाओं को भी रोकने में सहयोग मिलेगा। इसके साथ ही वायु प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी।
अनुमान है कि सम्पूर्ण दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर तैयार होने के बाद सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सार्वजनिक परिवहन उपयोग की मौजूदा 37 प्रतिशत की हिस्सेदरी बढ़कर 63 प्रतिशत तक हो जाएगी। आरआरटीएस कॉरिडोर पर तैयार किए जा रहे पार्किंग स्थलों में 1,600 से अधिक चारपहिया और 6,500 से अधिक दोपहिया वाहनों को खड़ा करने की सुविधा होगी। इन पार्किंग स्थलों पर सिर्फ पिक और ड्रॉप के लिए आने वाले वाहनों के लिए शुरुआती 10 मिनट तक कोई शुल्क नहीं है। 10 मिनट के बाद और 6 घंटों तक साइकिल के लिए 5 रुपये, दोपहिया वाहनों के लिए 10 रुपये और चारपहिया वाहनों के लिए 25 रुपये शुल्क लगेगा। वहीं 6 से 12 घंटे के लिए साइकिल के लिए 5 रुपये, दोपहिया वाहनों के लिए 25 रुपये और कारों के लिए 50 रुपये और 12 घंटे के बाद आरआरटीएस संचालन के घंटे समाप्त होने तक साइकिल के लिए 10 रुपये, दोपहिया के लिए 30 रुपये और कारों के लिए 100 रुपये शुल्क लगेगा।
दिल्ली से मेरठ तक पूरे आरआरटीएस कॉरिडोर पर 25 स्टेशन हैं। इन स्टेशनों पर पार्किंग स्थल विकसित किए जा रहे हैं। आरआरटीएस स्टेशनों पर अब तक की सबसे बड़ी पार्किंग मेरठ साउथ स्टेशन पर बनाई जा चुकी है, जहां करीब 300 कारें और 900 दोपहिया वाहन पार्क किए जा सकते हैं। वहीं दूसरी सबसे बड़ी पार्किंग दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन पर विकसित की जा रही है, जहां करीब 275 कारें और 900 दोपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली / पवन कुमार श्रीवास्तव
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