तेलंगाना पुलिस के सामने 40 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
हैदराबाद, 19 दिसंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन कगार के चलते माओवादियाें में हड़कंप मचा है।
अब तक कई बड़े माओवादी नेता मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं जबकि माैत के डर से तमाम छाेटे बड़े माओवादी पुलिस के सामने हथियार डाल रहे हैं। शुक्रवार काे भी राज्य पुलिस प्रमुख के सामने 40 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर अपने हथियार पुलिस काे साैंप दिए हैं।
पुलिस महानिदेशक कार्यालय में तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक शिवधर रेड्डी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियाें की मौजूदगी में 40 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर हिंसा छाेड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की पहल की है। अधिकांश छत्तीसगढ़ के इन माओवादियों ने अपने 24 बंदूकें पुलिस काे साैंप दी हैं। पुलिस के अनुसार आत्मसमर्पण करने वालों में कामारेड्डी से स्टेट कमेटी सेक्रेटरी एर्रागोला रवि, ओडिशा और छत्तीसगढ़ से छह डिवीजन कमेटी सदस्य और दो तेलंगाना के रहने वाले शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में मुठभेड़ में मारे गए हिडमा बटालियन के कुछ कमांडर भी हैं। इस माैके पर पुलिस महानिदेशक शिवधर रेड्डी ने कहा कि अधिकांश माओवादी छत्तीसगढ़ से हैं। पुलिस ने इन माओवादियों के पास से 24 बंदूकें बरामद की हैं। रेड्डी ने बताया कि सरेंडर करने वालों में दो केंद्रीय कमेटी स्तर के कमांडर भी शामिल हैं।
सुरक्षा बलाें और पुलिस के लगातार दबाव के चलते माओवादी नेता बड़ी संख्या में अपने कैडर के साथ अपनी मर्ज़ी से सरेंडर कर रहे हैं। पुलिस का कहना कि माओवादियों के लिए जनता का समर्थन में कमी, पुलिस की आक्रामक रवैया, माओवादी पार्टी नेटवर्क का कमज़ोर होना, बीमारियों का फैलना, एनकाउंटर का डर, विचारधारा में मतभेद और तेलंगाना सरकार के आकर्षित पुनर्वास नीति की घोषणा के चलते आत्मसमर्पण करने वालाें की संख्या लगातार बढ़ रही है। अभी नवंबर माह में भी तीन स्टेट कमेटी सदस्य समेत 37 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया था। इसके अलावा सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में कई बड़े माओवादी सहित बड़ी संख्या माओवादी मारे जा चुके हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव

