इतिहास के पन्नों में 30 नवंबरः पहला इंटरनेशनल फुटबॉल मैच, जिसमें न कोई जीता, न हारा

इतिहास के पन्नों में 30 नवंबरः पहला इंटरनेशनल फुटबॉल मैच, जिसमें न कोई जीता, न हारा
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इतिहास के पन्नों में 30 नवंबरः पहला इंटरनेशनल फुटबॉल मैच, जिसमें न कोई जीता, न हारा


देश-दुनिया के इतिहास में 30 नवंबर की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख खेल, उसमें खासतौर पर फुटबॉल मैच के लिए महत्वपूर्ण है। पहली बार इंटरनेशनल फुटबॉल मैच स्कॉटलैंड के क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था। वह तारीख थी 30 नवंबर 1872। इस मैच में इंग्लैंड और स्कॉटलैंड की टीम आमने-सामने थीं।

स्कॉटलैंड की टीम ने ब्लू और इंग्लैंड की टीम ने व्हाइट जर्सी पहनी थी। इस मैच को देखने के लिए क्रिकेट ग्राउंड में चार हजार से ज्यादा दर्शक पहुंचे थे। मैच 15 मिनट देरी से शुरू हुआ। 90 मिनट के मैच में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और मैच ड्रॉ हो गया। इस प्रकार फुटबॉल के पहले इंटरनेशनल मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।

मैच के ड्रॉ होने के बाद मांग उठी कि दोनों टीमों के बीच दोबारा मैच होना चाहिए, ताकि कोई नतीजा तो निकले। दर्शकों का कहना था कि हम गोल देखने आए थे। इसके बाद 8 मार्च, 1873 को दोबारा इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच मैच हुआ। इस मैच में इंग्लैंड 4-2 से जीत गया।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र

1731ः बीजिंग में भूकंप से लगभग एक लाख लोगों की मौत।

1759ः दिल्ली के सम्राट आलमगीर द्वितीय की उनके मंत्री ने हत्या की।

1939ः तत्कालीन सोवियत रूस ने फिनलैंड पर आक्रमण किया।

1961ः तत्कालीन सोवियत संघ ने संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता के लिए कुवैत के आवेदन का विरोध किया।

1965ः कार्टूनिस्ट के. शंकर पिल्लई ने दिल्ली में गुड़ियों के संग्रहालय की स्थापना की।

1997ः भारत-बांग्लादेश विवादित सीमा क्षेत्र में यथास्थिति बनाए रखने पर सहमत।

1999ः अमेरिका के सिएटल में विश्व व्यापार संगठन का तीसरा अधिवेशन प्रारम्भ।

2000ः अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव मामले में अल गोर ने पुनर्मतगणना की अपील की।

2000ः प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड बनीं।

2002ः आईसीसी ने जिम्बाव्वे में न खेलने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।

2004ः बांग्लादेश की संसद में महिलाओं के लिए 45 प्रतिशत सीटों वाला विधेयक पारित।

2008ः मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने संघीय जांच एजेंसी के गठन की घोषणा की।

जन्म

1835ः प्रसिद्ध लेखक मार्क ट्वैन।

1858ः प्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस।

1888ः भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी गेंदालाल दीक्षित।

1931ः भारतीय इतिहासकार रोमिला थापर।

1936ः हिन्दी फिल्मों की प्रसिद्ध पार्श्व गायिका सुधा मल्होत्रा।

1944ः हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार मैत्रेयी पुष्पा।

1945ः प्रसिद्ध भारतीय पार्श्वगायिका वाणी जयराम। उन्हें 'आधुनिक भारत की मीरा' भी कहा जाता है।

1989ः भारतीय तैराक भक्ति शर्मा।

निधन

1909ः अंग्रेजी और बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध लेखक रमेश चन्द्र दत्त।

1915ः प्रसिद्ध तेलुगु साहित्यकार गुरुजाडा अप्पाराव।

2010ः भारतीय वैज्ञानिक और स्वदेशी आंदोलन के प्रणेता राजीव दीक्षित।

2012ः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल।

2014ः अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जारबोम गारलिन।

2015ः पूर्व भारतीय सैन्य अधिकारी वीके नायर।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकुंद

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