मप्र: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने से पुजारी समेत 14 झुलसे, जांच के आदेश

मप्र: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने से पुजारी समेत 14 झुलसे, जांच के आदेश
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मप्र: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने से पुजारी समेत 14 झुलसे, जांच के आदेश


मप्र: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने से पुजारी समेत 14 झुलसे, जांच के आदेश


- मुख्यमंत्री ने इंदौर पहुंचकर घायलों से की मुलाकात, आर्थिक सहायता का किया ऐलान

भोपाल, 25 मार्च (हि.स.)। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान होली का उत्सव मनाते समय गर्भगृह में आग लग गई। इसकी चपेट में आने से पुजारी, पंडे और सेवकों सहित कुल 14 लोग झुलस गए। घायलों में नौ को इंदौर रेफर किया गया है। पांच को उज्जैन के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से तीन को छुट्टी दे दी गई और दो का उपचार जारी है। उज्जैन कलेक्टर ने घटना की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए हैं।

इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भोपाल स्थित अपने निवास पर आयोजित होली मिलन समारोह स्थगित कर इंदौर पहुंचे। उन्होंने यहां अरबिंदो अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने सत्यनारायण सोनी नामक गंभीर घायल के बेहतर उपचार के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने घायलों के उपचार के लिए एक - एक लाख की सहायता देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।

मुख्यमंत्री ने इंदौर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि घटना दुखद है। यहां अस्पताल में ही प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति का फोन आया है। मैंने बताया कि सभी की हालत लगभग ठीक है। चिकित्सकों ने विपरीत हालात में बेहतर उपचार किया। परमात्मा ने बड़ी घटना होने से बचा लिया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी इनके उपचार का ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में कोई षड्यंत्र तो नहीं है, इसकी भी जांच की जाएगी।

गुलाल उड़ाने के दौरान भभकी आग

बताया जा रहा है कि भस्म आरती के दौरान होली के अवसर पर गर्भगृह और उसके बाहर गुलाल उड़ाया जा रहा था। इस दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे। इधर गर्भगृह की दीवार को गुलाल से बचाने के लिए फ्लैक्स, कपड़े भी लगाए गए थे। कपूर आरती के दौरान गुलाल में केमिकल होने के कारण आग भभकी और ऊपर लगे फ्लैक्स को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि इसका जलता हुआ हिस्सा नीचे आ गिरा। अग्निशमन यंत्रों से आग पर काबू पाया गया।

घटना में सत्यनारायण (79) , चिंतामन (65) , रमेश (60) , मनोज (43) , महेश (27) , अंश (13) , शिवम (21) , संजय (50) गणेश, विकास (35) , आनंद (23) , सोनू (54) , राजकुमार (50) , कमल जोशी (44) और मंगल बिंजवा (36) घायल हुए हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से नौ लोगों को इंदौर रेफर किया गया। भस्म आरती दर्शन के लिए नंदीहाल, गणेश और कार्तिकेय मंडपम् में दो हजार से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे। आग लगने पर अफरा-तफरी की स्थिति बनी। कर्मचारियों ने स्थिति पर काबू पाया अन्यथा बड़ा हादसा भी हो सकता था।

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा के अनुसार नौ घायलों को इंदौर भेजा गया। यहां दो लोग भर्ती हैं। तीन को छुट्टी दे दी गई है। इंदौर रेफर किए गए लोग करीब 20 से 30 प्रतिशत झुलस गए हैं। कोई गंभीर नहीं है।

उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने घटना के मजिस्ट्रीयल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी। कलेक्टर ने तीन दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अस्पताल में जाकर घायलों की कुशलक्षेम जानी।

कांग्रेस नेता और लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी महेश परमार ने कलेक्टर नीरज सिंह और मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को हटाने की मांग की है। कांग्रेस कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे। नेताओं ने कहा कि सीएम के उज्जैन आगमन पर उनका घेराव किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि आज मुख्यमंत्री मोहन यादव का जन्मदिन है। फिलहाल उनके सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं। भोपाल में सीएम हाउस में होने वाला होली मिलन समारोह भी स्थगित कर दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/दधिबल

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