वडोदरा बोट हादसा: 12 बालकों और 2 शिक्षकों की मौत : हर्ष संघवी
वडोदरा, 18 जनवरी (हि.स.)। वडोदरा के हरणी तालाब हादसे में 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसमें 12 बालक और 2 शिक्षकों का समावेश है। कुल 27 लोग नाव पलटने से डूबे थे, जिनमें से 13 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने मीडिया को बताया कि वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के बच्चे और शिक्षक बोटिंग के लिए गए थे। गुरुवार शाम 4.45 बजे बोट पलट गई। इसमें 12 बालक और 2 शिक्षकों की मौत हो गई।
घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी भी वडोदरा पहुंचे। वे देर शाम घटनास्थल और एसएसजी हॉस्पिटल में जाकर घायलों से मिले। इससे पूर्व घटना के बाद स्थानीय लोगों के साथ फायर टीम बचाव कार्य में जुटी। बाद में एनडीआरएफ की दो टीम भी पहुंच गई। कुल 60 लोग बचाव कार्य में जुटे। पानी में डूबे लोगों को तत्काल हॉस्पिटल का इलाज मिले, इसके लिए एम्बुलेंस और हॉस्पिटल में सभी तैयारी पहले से कर ली गई थी।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की सूचना के बाद सख्त कार्रवाई की पहल शुरू कर दी गई। मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके बाद दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। नौ टीम लगाकर आरोपितों को पकड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बोट चलाने वाली एजेंसी और बोट चलाने वाले को प्राथमिक रूप से कसूरवार माना जा रहा है। जिन लोगों ने लाइफ गार्ड पहना था, उन सभी लोगों की जान बच गई।
जानकारी के अनुसार, वडोदरा हरणी तालाब बोट दुर्घटना की जांच उच्चस्तरीय वडोदरा जिला मजिस्ट्रेट को सौंपने का मुख्यमंत्री ने निर्णय किया है। रिपोर्ट 10 दिन के अंदर प्रस्तुत करने को कहा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश
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