देश के 100 जेलों को एफएसएसएआई ने घोषित किया 'ईट राइट कैंपस'

देश के 100 जेलों को एफएसएसएआई ने घोषित किया 'ईट राइट कैंपस'
WhatsApp Channel Join Now
देश के 100 जेलों को एफएसएसएआई ने घोषित किया 'ईट राइट कैंपस'


नई दिल्ली, 14 मार्च (हि.स.)। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने देश भर के लगभग 100 जेलों को 'ईट राइट कैंपस' घोषित किया है। इसमें तिहाड़ जेल (दिल्ली), सेंट्रल जेल गया (बिहार), मॉडर्न सेंट्रल जेल (पंजाब), सेंट्रल जेल रीवा (मध्य प्रदेश) सहित कई जेल शामिल हैं। प्रमाणित जेलों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश से हैं, उसके बाद पंजाब, बिहार और मध्य प्रदेश का स्थान है।

गुरुवार को एफएसएसएआई ने जानकारी दी कि 'ईट राइट कैंपस' प्रमाणन को जेलों और सुधार सुविधाओं तक विस्तारित करके, कैदियों और जेल कर्मचारियों सहित सभी के लिए सुरक्षित और पौष्टिक भोजन तक पहुंच सुनिश्चित किया जा रहा है। 'ईट राइट कैंपस' प्रमाणन प्रक्रिया में मूल्यांकन और एफएसएसएआई के निर्धारित मूल्यांकन मानदंडों का पालन शामिल है। इन मानकों को पूरा करके, प्रमाणित जेलों ने कैदियों की खाद्य सुरक्षा और भलाई को बढ़ावा देने की दिशा का काम किया है। यह पहल जेल प्रणाली के भीतर खाद्य सुरक्षा और पोषण के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

प्रतिभागी जेल परिसरों को चार प्रमुख मापदंडों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक ऑडिट से गुजरना पड़ता है, जिसमें बुनियादी स्वच्छता मानदंड, स्वस्थ भोजन के प्रावधान को सुनिश्चित करने के लिए कदम और मौसमी भोजन के बारे में जागरुकता पैदा करने के प्रयास शामिल हैं। एक बार इस कार्यक्रम में नामांकित होने के बाद, एक परिसर पहले अंतराल और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए इस चेकलिस्ट के आधार पर एफएसएसएआई पैनलबद्ध एजेंसी द्वारा स्व-मूल्यांकन या तीसरे पक्ष के ऑडिट से गुजरता है। फिर परिसर प्रशासन इन कमियों को दूर करने के लिए कदम उठाता है। इस प्रक्रिया के एक महत्वपूर्ण कदम में एफएसएसएआई के खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से परिसर में खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षकों और खाद्य संचालकों का प्रशिक्षण शामिल है।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/प्रभात

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story