वार्षिकी 2025 : गुजरात के लिए यह वर्ष ढांचागत-सुदृढ़ विकास, उपलब्धियों और घटनाओं का रहा
अहमदाबाद, 27 दिसंबर (हि.स.)। गुजरात के लिए वर्ष 2025 तेज़ शहरी विकास, नई नीतिगत पहल, औद्योगिक विस्तार, कुछ यादगार और दुखद दुर्घटनाओं का वर्ष रहा। राज्य के चार प्रमुख शहर—अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट ने अलग-अलग क्षेत्रों में गुजरात की सुदृढ़ विकास यात्रा को दिशा दी, जो विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में अपना अभूतपूर्व योगदान देगा।
इस प्रदेश में जहां सैन्य शक्ति के सुदृढ़ विकास यात्रा को दिशा मिली वहीं अंतरराष्ट्रीय खेल जैसे आयोजनों को भी मेजबानी मिली। इसके अलावा
कुछ ऐसी दुर्घटनाएं हुईं, जिन्होंने सबको झकझोर दिया। अहमदाबाद की सबसे बड़ी दुर्घटना 12 जून को घटी, जिसने देश दुनिया को हिलाकर रख दिया। एयर इंडिया के विमान का मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर क्रैश हो गया था, जिसमें 261 से अधिक मौतें हुईं वहीं शहर कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग और एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है। साथ ही यहां कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन भी आयोजित हुआ।
अहमदाबाद -
-12 जून 2025 : इस विमान दुर्घटना में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के कुछ देर बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराकर क्रैश हो गया। इस भीषण हादसे में विमान के 241 यात्रियों और हॉस्टल में मौजूद 19-20 लोगों सहित कुल 260 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
-अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन : अहमदाबाद एक प्रमुख खेल केंद्र के रूप में उभरा, जिसमें अगस्त 2025 में नारनपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप, एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप, और एएफसी U-17 एशियन कप क्वालिफायर जैसे आयोजन शामिल हैं।
-कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन (8-9 अप्रैल 2025): 64 वर्षों के अंतराल के बाद, कांग्रेस पार्टी ने अहमदाबाद में अपना राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया।
-आतंकवाद विरोधी कार्रवाई (9 नवंबर 2025): गुजरात एटीएस ने अहमदाबाद मुख्यालय से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
सूरत-
-2025 में सूरत में आइएनएस सूरत युद्धपोत का आगमन, भारत की पहली ग्रीन व्हीकल पॉलिसी, ड्रीम सिटी प्रोजेक्ट में प्रगति, और ₹435 करोड़ से अधिक की शहरी विकास परियोजनाओं का अनावरण शामिल है। इसके अतिरिक्त, ट्राफिक नियमों के उल्लंघन में 13 गुना वृद्धि और ड्रग्स के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई चर्चा में रही।
-आएनएस सूरत का आगमन: भारतीय नौसेना का गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर, आइएनएस सूरत, 01 मई 2025 को हजीरा पोर्ट पर पहुंचा। इसे जनवरी 2025 में पीएम मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था।
-ग्रीन व्हीकल पॉलिसी (जीवीपी 2025): सूरत 17 सितंबर 2025 को अपनी ग्रीन व्हीकल पॉलिसी लागू करने वाला भारत का पहला शहर बन गया, जिसे जर्मन एजेंसी जीआइजेड का समर्थन प्राप्त है।
-शहरी विकास: 'अर्बन डेवलपमेंट ईयर 2025' के हिस्से के रूप में, मुख्यमंत्री ने सूरत में ₹435.45 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
-ड्रीम सिटी और डायमंड बोर्स: ड्रीम सिटी (डायरम सिटी) का विकास जारी है, जो खजोज के पास 810 हेक्टेयर में फैला एक प्रमुख बिजनेस डिस्ट्रिक्ट बन रहा है।
-कानून और व्यवस्था: 2024 की तुलना में 2025 में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के मामलों में 13 गुना की भारी वृद्धि देखी गई है। इसके साथ ही, ड्रग्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 165 लोगों का पुनर्वास किया।
-औद्योगिक घटनाएं: सितंबर 2025 में जोलवा गांव की एक टेक्सटाइल मिल में केमिकल ड्रम फटने से दो श्रमिकों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए।
वडोदरा-
-2025 में वडोदरा प्रमुख सांस्कृतिक, औद्योगिक और बुनियादी ढांचागत हब के रूप में उभरा है। मुख्य खबरों में दिसंबर 2025 में होने वाला वैश्विक वैष्णव सम्मेलन, 6200 करोड़ का नगर निगम बजट, स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल है।
-वैष्णव राजधानी के रूप में पहचान-21-29 दिसंबर, 2025 तक वडोदरा 'विश्व की वैष्णव राजधानी' के रूप में उभरेगा, जिसमें 25 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
-वडोदरा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा 2025 की इंडस्ट्रियल डायरेक्टरी का अनावरण किया गया, जो औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी।
-वडोदरा नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹6200 करोड़ का रिकॉर्ड बजट पेश किया।
-स्मार्ट सिटी और शहर बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और सतत विकास पर केंद्रित एक प्रमुख बिजनेस हब के रूप में विकसित हो रहा है।
-वडोदरा में सांसद खेल महोत्सव 2025 का भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया।
-गंभीरा ब्रिज हादसा (9 जुलाई 2025): पुल ढहने से 22 लोगों की मौत। घटना के बाद राज्य सरकार ने पुलों की सुरक्षा को लेकर विशेष ऑडिट प्रक्रिया शुरू की।
-प्राइमरी स्कूल जैसे स्थानीय संस्थान शिक्षा में नई मिसाल कायम कर रहे हैं।
-यह वर्ष वडोदरा के लिए व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मामले में काफी महत्वपूर्ण रहा है।
राजकोट-
-अहमदाबाद-राजकोट 6-लेन हाईवे का दिसंबर तक पूरा होना, ₹565 करोड़ की विकास परियोजनाएं, और रियल एस्टेट व औद्योगिक क्षेत्र (आईएफएफई एक्सपो) में मजबूती शामिल है। शहर स्मार्ट सिटी पहल, बेहतर कनेक्टिविटी और सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ तेजी से बढ़ रहा है।
-बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी: अहमदाबाद-राजकोट नेशनल हाईवे का 6-लेन विस्तार कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा। ₹3,350 करोड़ की इस परियोजना से सफर तेज और सुरक्षित होगा।
-विकास परियोजनाएं: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मार्च 2025 में राजकोट में ₹565 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
-रियल एस्टेट और अर्थव्यवस्था: शहर में लग्ज़री आवासों की मांग और उपनगरीय विकास से रियल एस्टेट सेक्टर में 2025 में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।
-संस्कृति और पर्यटन: अपनी ऐतिहासिक विरासत (गांधी स्मृति), स्वादिष्ट नाश्ते और नवरात्र उत्सव के लिए राजकोट पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से बना हुआ है। यह सभी राजकोट को सौराष्ट्र के एक प्रमुख औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में और मजबूती प्रदान कर रही हैं।
जामनगर-
ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल सेक्टर में निरंतर निवेश, रिफाइनरी आधारित औद्योगिक गतिविधियों से राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिला।
भावनगर-
बंदरगाह आधारित विकास, शिपब्रेकिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में प्रगति हुई।
भुज-
कच्छ क्षेत्र में स्मार्ट सिटी पहल, पर्यटन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा मिला।
जूनागढ़-
पर्यटन, गिर क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों और सांस्कृतिक आयोजनों से पहचान मजबूत हुई। गुजरात केवल तेज़ विकास करने वाला राज्य नहीं, बल्कि सीख लेकर सुधार की दिशा में आगे बढ़ने वाला प्रदेश है।
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हिन्दुस्थान समाचार / यजुवेंद्र दुबे

