स्टार्टअप क्रांति आजादी के अमृत काल की महत्वपूर्ण पहचान - मोदी

स्टार्टअप क्रांति आजादी के अमृत काल की महत्वपूर्ण पहचान - मोदीइंदौर 13 मई (आईएएनएस)। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत की स्टार्टअप क्रांति आजादी के अमृत काल की महत्वपूर्ण पहचान बनेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश की नई स्टार्टअप नीति एवं मध्यप्रदेश स्टार्टअप पोर्टल को दिल्ली से वर्चुअली लांच करते हुए कहा, भारत की स्टार्टअप क्रांति आजादी के अमृत काल की महत्वपूर्ण पहचान बनेगी। आज देश में प्रो-एक्टिव स्टार्टअप नीति एवं पर्याप्त स्टार्टअप नेतृत्व है। पूरी दुनिया में भारत के स्टार्टअप ईको सिस्टम की प्रशंसा हो रही है। भारत में स्टार्टअप्स सामान्य भारतीय युवा के सपने पूरा करने के सशक्त माध्यम बन रहे हैं। वर्ष 2014 में भारत में केवल 300 से 400 स्टार्टअप्स थे, वहीं आज उनकी संख्या 70 हजार तक पहुँच गई है। भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप ईको सिस्टम है।

प्रधानमंत्री मोदी ने नये स्टार्टअप चालू करने वाले मध्यप्रदेश के युवाओं इंदौर के तनु तेजस सारस्वत, भोपाल की उमंग श्रीधर एवं इंदौर के तौफिक खान से वर्चुअल संवाद भी किया। तीनों स्टार्टअप्स ने प्रधानमंत्री के साथ अपने कार्य की जानकारी साझा की। प्रधानमंत्री मोदी ने दो स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता भी ऑनलाइन प्रदान की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश के छोटे-छोटे शहरों में स्टार्टअप्स प्रारंभ हो रहे हैं। भारत के 650 से ज्यादा जिलों में 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स उद्योगों से जुड़े हैं। यह अत्यंत महत्वपूर्ण बात है कि हमारे अनेक स्टार्टअप्स 8-10 दिन में ही यूनिकार्न बन जाते हैं। एक नये स्टार्टअप को 7 करोड़ रुपए की पूंजी तक पहुंचना बड़ी उपलब्धि है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में स्टार्टअप की सफलता में सस्ते मोबाइल फोन एवं सस्ते डेटा का महत्वपूर्ण योगदान है। स्टार्टअप और यूनिकार्न आज देश में लाखों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। क्लीन एनर्जी, हेल्थ, टूरिज्म, कृषि, खुदरा व्यापार के क्षेत्र में स्टार्टअप्स उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। मोबाइल गेमिंग के क्षेत्र में आज भारत दुनिया में टॉप 10 में है। टॉयस के ग्लोबल मार्केट में अभी भारत एक प्रतिशत से भी कम पर है, इस क्षेत्र में नौजवानों को आगे आना चाहिए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्टार्टअप अर्थ-व्यवस्था के लिये नई बेकबोन की तरह सामने आये हैं। आज विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार, व्यवसाय की संभावनाओं को युवाओं ने साकार करने के लिये अनेक स्टार्टअप चुने हैं। मध्यप्रदेश की स्टार्टअप नीति में ऐसे कार्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिनमें व्यवसाय की व्यापक संभावनाएं विद्यमान हैं। इस नाते मध्यप्रदेश की स्टार्टअप नीति एक सुविचारित नीति है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कॉन्क्लेव में आयोजित विभिन्न सत्रों में शामिल हुए और स्टार्टअप्स एवं उद्योगपतियों के साथ बैठकर चर्चा भी की।

--आईएएनएस

एसएनपी/एएनएम

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story