नेपाल की सत्ता से बेदखल प्रचण्ड वामपंथी एकता अभियान में सक्रिय
काठमांडू, 21 सितंबर (हि.स.)। करीब डेढ़ वर्ष तक सत्ता में रहने के बाद माओवादी सुप्रीमो पुष्प कमल दाहाल प्रचण्ड इन दिनों वामपंथी दलों को एकजुट करने के अभियान में सक्रिय हैं । विगत सात सालों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सत्ता में रहने के कारण पार्टी संगठन काफी कमजोर होने की बात कहते हुए प्रचण्ड इन दिनों छोटे छोटे वामपंथी दलों को अपनी पार्टी में मिलाकर राजनीतिक शक्ति बढ़ाने में लगे हुए हैं।
सत्ता से बाहर होने के बाद प्रचण्ड का पहला लक्ष्य उन सभी छोटे कम्युनिस्ट दलों को अपनी पार्टी में विलय कराने का है, जो कभी माओवादी का हिस्सा हुआ करते थे। शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री प्रचण्ड ने माओवादी से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले करीब आधे दर्जन नेताओं को पार्टी मुख्यालय बुलाकर उनसे फिर से एकजुट होने की अपील की है। पार्टी में कभी उनके सहयोगी रहे नेताओं को संबोधित करते हुए प्रचण्ड ने कहा कि माओवादी के संघर्ष के कारण देश को मिली उपलब्धि के खोने का खतरा मंडरा रहा है, इसलिए माओवादी के सभी घटकों को एकजुट होने की जरूरत है।
सिर्फ माओवादी ही नहीं, सत्ता से बाहर रहे कम्युनिस्ट पार्टियों को भी एकजुट करने मे प्रचण्ड सक्रिय हैं। इस समय सत्ता से बाहर रहे पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल की एकीकृत समाजवादी पार्टी , उपेन्द्र यादव के नेतृत्व में रहे जनता समाजवादी पार्टी को मिलाकर समाजवादी केन्द्र बनाने के लिए प्रचण्ड ने प्रस्ताव दिया है। शनिवार को माओवादी पार्टी के अलग हुए घटकों के सामूहिक कार्यक्रम में ही प्रचण्ड ने इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि माधव नेपाल डा बाबूराम भट्टराई और उपेन्द्र यादव को मिलाकर जल्द ही समाजवादी मोर्चा बनाया जाएगा और जरूरत हुई तो उसे एक पार्टी के रूप में बदल दिया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास
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