नेपाल ने चीन से किया पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के ऋण को अनुदान में बदलने का आग्रह

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नेपाल ने चीन से किया पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के ऋण को अनुदान में बदलने का आग्रह


नेपाल ने चीन से किया पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के ऋण को अनुदान में बदलने का आग्रह


काठमांडू, 22 अगस्त (हि.स.)। नेपाल सरकार ने चीनी पक्ष से पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निर्माण के दौरान लिए गए ऋण को अनुदान में बदलने का अनुरोध किया है। वित्त मंत्रालय ने चीनी पक्ष को पत्र लिखकर ऋण को अनुदान में बदलने का अनुरोध करने की जानकारी दी गई है।

वित्त मंत्रालय में आयोजित एक बैठक के दौरान मंत्रालय के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सहायता समन्वय प्रभाग के प्रमुख धनीराम शर्मा ने चीन के अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी के उपाध्यक्ष यांग वीकुन को इस संबंधी पत्र सौंपा। इससे पहले वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल ने चीनी पक्ष से नेपाल की अर्थव्यवस्था की स्थिति पर विशेष ध्यान देते हुए पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निर्माण के लिए दिए गए ऋण को अनुदान में बदलने के लिए कहा।

वित्त मंत्री पौडेल ने कहा कि एक अच्छे और सच्चे पडोसी देश होने के कारण चीन को नेपाल के इस आग्रह पर ध्यान देते हुए ऋण को अनुदान में बदलना चाहिए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नेपाली सरकार द्वारा किया गया अनुरोध चीनी पक्ष द्वारा पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर वित्त मंत्रालय के सचिव डॉ. रामप्रसाद घिमिरे, नेपाल में चीनी राजदूत छन सोंग की उपस्थिति रही।

पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए नेपाल सरकार ने चीन के एक्ज़िम बैंक से मौजूदा विनिमय दर के हिसाब से करीब 25 अरब 88 करोड़ रुपये (1338.74 करोड़ चीनी युआन) का कर्ज लिया था। इसके निर्माण के सात वर्षों के बाद से नेपाल को इसका ब्याज चुक्ता शुरू करना था। महंगे ब्याज दर पर ऋण लेने को लेकर सरकार की काफी आलोचना भी हुई थी। चीन ने पांच प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दिया है जबकि विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक सहित अन्य दातृ संस्थाओं के तरफ से महज 0.25 प्रतिशत से 0.5 प्रतिशत के ब्याज पर विकास ऋण मिलता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास / आकाश कुमार राय

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