इजराइली हमले के बाद लेबनान का खंडन, कहा- हिज्बुल्लाह से सेना का संबंध नहीं
बेरूत, 23 दिसंबर (हि.स.)। लेबनान ने मंगलवार को इजराइल के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि दक्षिणी शहर सिडोन के पास हुए एक हवाई हमले में मारे गए लेबनानी सैनिक के हिज़्बुल्लाह से संबंध थे। इजराइल का दावा था कि उसने हिज़्बुल्लाह के ढांचे को दोबारा खड़ा करने में जुटे तीन लड़ाकों को निशाना बनाया है।
इजराइली सेना के अनुसार, मारे गए लोग उसके बलों पर हमलों की योजना बना रहे थे और इनमें से दो हिज़्बुल्लाह की एयर डिफेंस यूनिट से जुड़े थे। इजराइल ने यह भी आरोप लगाया कि उनमें से एक व्यक्ति लेबनानी सेना की खुफिया इकाई में भी तैनात था।
हालांकि, लेबनानी सेना ने बाद में पुष्टि की कि वारंट ऑफिसर अली अब्दुल्ला, जो सपोर्ट ब्रिगेड और एंटी-टैंक रेजिमेंट से जुड़े थे, सोमवार को सिडोन के पास एक वाहन पर हुए इजराइली हवाई हमले में मारे गए। लेबनान के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि सेना के किसी भी कर्मी के राजनीतिक या सशस्त्र संगठनों से जुड़े होने के दावे पूरी तरह गलत हैं। रक्षा मंत्री मिशेल मेनासा ने ऐसे आरोपों को सेना की संस्था पर “दुर्भावनापूर्ण हमला” करार दिया।
हिज़्बुल्लाह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी स्थानीय मीडिया से बातचीत में लेबनानी सेना के किसी सदस्य से संगठन के संबंध होने से इनकार किया।
इस बीच, इजराइल-लेबनान सीमा पर नाजुक संघर्षविराम को बनाए रखने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। नवंबर 2024 में अमेरिका की मध्यस्थता से हुए युद्धविराम के बाद एक साल से अधिक समय तक चली झड़पों का अंत हुआ था। इस समझौते के तहत ईरान समर्थित हिज़्बुल्लाह को हथियार छोड़ने की प्रक्रिया शुरू करनी थी, खासकर इजराइल से सटे दक्षिणी क्षेत्रों में।
लेबनानी सेना ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी योजना के पहले चरण को लगभग पूरा कर चुकी है और आगे के चरणों को लेकर हालात का आकलन किया जा रहा है। वहीं, इजराइल लगातार आरोप लगाता रहा है कि हिज़्बुल्लाह दक्षिणी लेबनान में फिर से सैन्य ढांचा खड़ा करने की कोशिश कर रहा है, जो सीमा से जुड़े समझौतों का उल्लंघन है।
संघर्षविराम की निगरानी कर रही समिति ने हाल ही में कहा था कि उसका फोकस विस्थापित नागरिकों को उनके घरों में वापस भेजने पर है, क्योंकि साल के अंत तक हिज़्बुल्लाह के निरस्त्रीकरण की समयसीमा पूरी न होने पर तनाव बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

