गाजा पट्टी में हमास के 400 ठिकानों पर इजराइल का हमला, कई प्रमुख लड़ाके ढेर

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गाजा पट्टी में हमास के 400 ठिकानों पर इजराइल का हमला, कई प्रमुख लड़ाके ढेर


-नेतन्याहू से मिलने इजराइल पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों

-गाजा में जमीनी हमले के लिए आदेश की प्रतीक्षा में इजराइली सेना

तेल अवीव/काहिरा, 24 अक्टूबर (हि.स.)। इजराइल और हमास युद्ध के 18वें दिन मंगलवार को इजराइली एयरफोर्स ने गाजा पट्टी स्थित हमास के कम से कम 400 ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। इसमें हमास के कई प्रमुख लड़ाके मारे गए। इजराइली सेना जमीनी हमले के लिए भी पूरी तरह से तैयार है और उसने गाजा पट्टी को चारों तरफ से घेर कर हमास के प्रमुख प्रतिष्ठान और अन्य ठिकानों को निशाने पर ले लिया है, हमले के लिए बस आदेश का इंतजार है। वहीं अमेरिका ने गाजा पट्टी में जमीनी हमले में इजराइल की मदद के लिए मरीन कमांडर समेत अन्य सैन्यकर्मियों को भेजा है। इसी बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने के लिए तेल अवीव पहुंचे। उनके इस दौरे का उद्देश्य युद्धरत इजराइल के साथ एकजुटता प्रदर्शित करना है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली एयरफोर्स गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर लगातार हवाई हमले कर रही है। इन हमलों में अब तक गाजा पट्टी और फिलिस्तीन में 5,200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि 15 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इज़रायल के हमले का उद्देश्य हमास के बुनियादी ढांचे को तबाह करना है।

एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने थ्री-स्टार मरीन कमांडर ले.ज. जेम्स ग्लिन को इजरायल भेजा है। ग्लिन इराक में आईएसआईएस के खिलाफ जंग में विशेष अभियान का नेतृत्व कर चुके हैं। रिपोर्ट्स में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि ये सैन्य अधिकारी हमास के खिलाफ जंग में इजराइल को सैन्य सलाह देंगे। वहीं, रिपोर्ट में बाइडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से यह भी बताया गया है कि इजरायली सेना अभी तक जमीनी आक्रमण शुरू करने के लिए तैयार नहीं है।

वहीं, इजराइल पहुंचे फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने मीडियाकर्मियों से कहा कि हमास को हराने के लिए अंतरराष्ट्रीय सैन्य गठबंधन बनाने की जरूरत है। जो देश प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस के विरुद्ध लड़ रहे हैं उन्हें हमास से भी लड़ना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई न सिर्फ इजराइल बल्कि हम सबके अस्तित्व के लिए जरूरी है। मैक्रों ने हमास के हमले में मारे गए और गाजा में बंधक बनाए गए फ्रांसीसी और इज़रायली नागरिकों के परिवार वालों से मुलाकात भी की। सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से फ्रांस के सात लोग अभी भी लापता हैं। इजरायल का दावा है कि एक फ्रांसीसी महिला को हमास के लड़ाकों ने अपहरण कर लिया है। इसी बीच हमास की कैद से रिहा हुई 87 वर्षीय एक महिला ने बताया कि लड़ाकों ने उसके साथ पहले दिन तो मारपीट की फिर इलाज भी कराया। इजराइल से ले जाए गए बंधकों को गाजा के नीचे सुरंगों के जाल में छिपा कर रखा गया है।

उल्लेखनीय है कि इजराइल और हमास का युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी समेत कई देशों के प्रमुख नेता इजराइल का दौरा कर चुके हैं। सात अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर रॉकेट से हमला बोल दिया था। हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर कत्लेआम भी मचाया। इजराइल और अन्य देशों के कम से कम 224 लोग हमास आतंकियों के कब्जे में हैं। हमास के इन हमलों के जवाब में इजरायली एयरफोर्ट लगातार हवाई हमले कर रही है।

इजराइल-हमास जंग के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का एक बयान सामने आया है। उन्होंने हमास के हमले की निंदा करते हुए अमेरिका प्रशासन से इजराइल का साथ देने की अपील भी की है। वहीं, इजराइल को सुझाव देते हुए ओबामा ने कहा है कि युद्ध रणनीति ऐसी होनी चाहिए जो दुश्मन को तो कमजोर करे, लेकिन आमलोगों को नुकसान न हो। गाजा पट्टी में रहने वाले आमलोगों को मदद जारी रखनी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/पवन कुमार/आकाश

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