यूक्रेन युद्धविराम पर ट्रंप और पुतिन के बीच एक घंटे लंबी बातचीत
वाशिंगटन/मास्को, 18 मार्च (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार (18 मार्च) को एक घंटे लंबी फोन वार्ता की, जिसमें वाशिंगटन ने मास्को को यूक्रेन में युद्धविराम पर सहमत करने और तीन साल से जारी संघर्ष के स्थायी समाधान की दिशा में काम करने के लिए राजी करने की कोशिश की।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि यह वार्ता सुबह 10 बजे ईस्टर्न टाइम (शाम 7:30 बजे भारतीय समयानुसार) शुरू हुई। व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ डैन स्कैविनो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपडेट साझा करते हुए कहा, बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है और अभी जारी है।
यूक्रेन ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 30 दिन के युद्धविराम को स्वीकार कर लिया है। यह संघर्ष द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे भीषण युद्ध बन चुका है, जिसमें लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं, हजारों शहर और कस्बे तबाह हो गए हैं, और अब तक लाखों सैनिकों व नागरिकों की जान जा चुकी है।
पिछले सप्ताह, पुतिन ने संकेत दिया था कि वह 30-दिन के युद्धविराम पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ महत्वपूर्ण शर्तों को पहले पूरा करना होगा। अब ट्रंप उनके पूर्ण समर्थन को सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे व्यापक शांति वार्ता का रास्ता खुल सके। प्रस्तावित समझौते में यूक्रेन द्वारा कुछ क्षेत्रों पर नियंत्रण छोड़ने और ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर रूस के अधिकार को मान्यता देने की संभावना शामिल हो सकती है।
इस मुद्दे पर ट्रंप ने सोमवार को सोशल मीडिया पर कहा था, शांति समझौते के कई पहलुओं पर सहमति बन चुकी है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ बाकी है। उन्होंने युद्ध को तत्काल समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, हर हफ्ते 2,500 सैनिकों की जान जा रही है। इसे अब समाप्त होना चाहिए।
क्रेमलिन ने पहले ही पुष्टि कर दी थी कि इस वार्ता में यूक्रेन युद्ध और अमेरिका-रूस संबंधों की व्यापक स्थिति पर चर्चा की जाएगी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच 12 फरवरी को हुई पिछली बातचीत और कूटनीतिक प्रयासों के चलते पहले से ही कुछ हद तक समझ बनी हुई है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि द्विपक्षीय संबंधों और युद्ध समाधान से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे अभी भी लंबित हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय