बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की नमाज-ए-जनाजा कल, तीन दिन का राजकीय शोक

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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की नमाज-ए-जनाजा कल, तीन दिन का राजकीय शोक


बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की नमाज-ए-जनाजा कल, तीन दिन का राजकीय शोक


ढाका, 30 दिसंबर (हि.स.)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष खालिदा जिया की नमाज-ए-जनाजा कल होगी। उनका आज सुबह राजधानी के एवरकेयर अस्पताल में निधन हो गया। मुख्य सलाहकार प्रो. मोहम्मद यूनुस ने दोपहर को राष्ट्र के नाम संबोधन में बेगम खालिदा जिया के निधन पर कल से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। उन्होंने उनके नमाज-ए-जनाजा के दिन कल आम छुट्टी की भी घोषणा की।

बांग्लादेश के समाचार पोर्टल बीएसएस और द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बांग्लादेश टेलीविजन और बांग्लादेश बेतार पर दोपहर 12 बजे एक साथ प्रसारित टेलीविजन संबोधन में कहा, ''पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के निधन पर मैं तीन दिन के राजकीय शोक और उनके नमाज-ए-जनाजा के दिन कल एक दिन की सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा करता हूं।'' मुख्य सलाहकार ने जनाजा और शोक के दौरान सभी से अनुशासन और व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया।

प्रो. यूनुस ने कहा, ''मुझे पता है कि आप सभी इस समय बहुत दुखी हैं। मुझे उम्मीद है कि आप शोक के इस समय में धैर्य दिखाएंगे और उनके नमाज-ए-जनाजा सहित सभी औपचारिकताओं को पूरा करने में शामिल सभी संबंधित लोगों का सहयोग करेंगे।'' उन्होंने कहा, ''सर्वशक्तिमान अल्लाह हमें धैर्य, शक्ति और एकजुट रहने की क्षमता दे।''

इससे पहले स्टेट गेस्ट हाउस जमुना में मुख्य सलाहकार प्रो. मोहम्मद यूनुस की अध्यक्षता में सलाहकार परिषद की विशेष बैठक हुई। बैठक में बेगम खालिदा जिया की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। बैठक में कल से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा करने और कल एक दिन की छुट्टी रखने का फैसला किया गया।

राजकीय शोक के दौरान देश भर के सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी और स्वायत्त संस्थानों, शिक्षण संस्थानों, सभी सार्वजनिक और निजी इमारतों और विदेशों में बांग्लादेश मिशनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। कल देश की हर मस्जिद में उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए विशेष प्रार्थना और दुआएं की जाएंगी। अन्य धर्मों के पूजा स्थलों पर भी विशेष प्रार्थनाएं होंगी।

बीएनपी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने परिवार और पार्टी की तरफ से अंतरिम सरकार का आभार जताया और खालिदा जिया को सुरक्षा समेत सभी जरूरी मदद देने के लिए मुख्य सलाहकार को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा कि बेगम की जनाजा की नमाज कल जोहर की नमाज़ के बाद संसद के साउथ प्लाजा में होगी। उन्हें दिवंगत राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान की कब्र के बगल में दफनाया जाएगा। मुख्य सलाहकार ने कहा कि सरकार दफनाने और जनाजा के संबंध में हर तरह का सहयोग देगी। उन्होंने पुरानी यादों को साझा करते हुए कहा, ''मैं उनसे आखिरी बार 21 नवंबर को सशस्त्र सेना दिवस पर मिला था। उस दिन वह बहुत खुश थीं। उन्होंने मुझसे काफी देर तक बात की। उन्होंने मेरे और मेरी पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। वह खुद बीमार थीं, लेकिन उन्हें सभी की भलाई की चिंता थी। वह हमारे साथ थीं। देश के इस महत्वपूर्ण क्षण में, जब हम सभी को एकजुट रहना चाहिए, उनकी उपस्थिति बहुत जरूरी थी। उनका जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।''

खालिदा जिया को उनके पति दिवंगत राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान के बगल में शेर-ए-बांग्ला नगर के जिया उद्यान में दफनाने की तैयारियां चल रही हैं। रहमान की कब्र के बगल में और पूरब दिशा में कब्र तैयार की जा रही है। कानून लागू करने वाली एजेंसियों के सदस्यों को इलाके में और उसके आसपास तैनात किया गया है।

राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के निधन पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है। शोक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ''लोकतंत्र और लोगों के अधिकारों को स्थापित करने में उनकी अटूट भूमिका को बांग्लादेश के राजनीतिक इतिहास में याद किया जाएगा।'' उन्होंने कहा, ''मैं उनकी दिवंगत आत्मा की मुक्ति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों और अनुयायियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।''

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के संयुक्त महासचिव रुहुल कबीर रिजवी ने घोषणा की कि पार्टी सात दिन शोक मनाएगी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में पार्टी के सभी ऑफिसों पर काले झंडे फहराए जाएंगे। शोक की अवधि के दौरान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता काले बैज पहनेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

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