अवामी लीग नेता हाजी मोहम्मद सलीम की पुलिस हिरासत में तबीयत बिगड़ी, कोर्ट ने जेल भेजा

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अवामी लीग नेता हाजी मोहम्मद सलीम की पुलिस हिरासत में तबीयत बिगड़ी, कोर्ट ने जेल भेजा


अवामी लीग नेता हाजी मोहम्मद सलीम की पुलिस हिरासत में तबीयत बिगड़ी, कोर्ट ने जेल भेजा


ढाका, 04 सितंबर (हि.स.)। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के पूर्व सांसद हाजी मोहम्मद सलीम को आज सुबह ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट एमडी अख्तरुज्जमां की अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आइडियल कॉलेज के छात्र खालिद हसन सैफुल्लाह की हत्या के आरोप में पुलिस ने उन्हें सोमवार तड़के राजधानी के बंगशाल इलाके से गिरफ्तार किया था।

इसके बाद पुलिस ने उन्हें ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट एमडी अख्तरुज्जमां की अदालत में पेशकर 10 दिन का रिमांड मांगा। अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस रिमांड के दौरान हाजी बीमार पड़ गए। उन्हें मंगलवार देररात अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद उन्हें आज तड़के अदालत ले जाया गया। अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। इसके बाद हाजी को ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में परीक्षण कराने के बाद जेल भेज दिया गया।

जांच अधिकारी ने कहा है कि हाजी सलीम ने पूछताछ के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। उनके बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण पूछताछ जारी रखना मुश्किल हो गया। अधिकारी ने अदालत से अनुरोध किया कि हाजी सलीम को जेल में रखा जाए। अदालत ने उनके आग्रह को मंजूर करते हुए हाजी को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अभियोजन पक्ष का कहना है कि 18 जुलाई को भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान आइडियल कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्र खालिद हसन सैफुल्लाह को लालबाग में गोली मार दी गई थी। उनके पिता कमरुल हसन ने 19 अगस्त को लालबाग थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और हाजी मोहम्मद सलीम समेत 52 लोगों को आरोपी बनाया गया।

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले 2008 में हाजी सलीम को भ्रष्टाचार निरोधक आयोग के अवैध रूप से संपत्ति जमा करने के मामले में 13 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। 2022 में हाई कोर्ट ने सजा घटाकर 10 साल कर दी थी। हाजी सलीम पहली बार 1996 में अवामी लीग से ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए संसद सदस्य बने। वह 2001 का आम चुनाव बीएनपी नेता नसीरुद्दीन अहमद पिंटू से हार गए थे। 2014 के आम चुनाव में वह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में ढाका -7 निर्वाचन क्षेत्र जीते। 2018 में इसी निर्वाचन क्षेत्र से अवामी लीग के टिकट पर निर्वाचित हुए। हाजी सलीम ने इस साल जनवरी में हुए 12वें संसदीय चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। उनके बेटे मोहम्मद सोलेमान सलीम को अवामी लीग ने ढाका-7 सीट से नामांकित किया गया और उन्होंने जीत हासिल की।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

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