क्वाड विदेश मंत्रियों ने कहा- हिंद-प्रशांत के विकास व समृद्धि का आधार है समुद्र क्षेत्र में सुरक्षा



क्वाड विदेश मंत्रियों की अगली बैठक वर्ष 2023 के शुरू में दिल्ली में होने के संकेत

अपने पूर्व निर्धारित रचनात्मक एजेंडे पर आगे बढ़े क्वाड समूह: एस जयशंकर

न्यूयॉर्क, 24 सितंबर (हि.स.)। भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के समूह क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिंद-प्रशांत के विकास और समृद्धि का आधार समुद्री क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून, शांति और सुरक्षा पर विमर्श हुआ। विदेश मंत्रियों की बैठक में यथास्थिति को बदलने की कोशिश करने वाली किसी भी एकतरफा कार्रवाई या क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाले कदम का कड़ा विरोध किया गया।

शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्चस्तरीय 77वें सत्र से अलग क्वाड की मंत्रिस्तरीय बैठक की। बैठक से पहले मंत्रियों ने हिंद-प्रशांत के लिए क्वाड मानवीय सहायता और आपदा राहत साझेदारी को शुरू करने के वास्ते दिशानिर्देशों पर हस्ताक्षर किए। क्वाड नेताओं ने इसकी घोषणा मई 2022 में की थी।

क्वाड ने बयान में रैंसमवेयर का भी जिक्र किया और राष्ट्रों से रैंसमवेयर को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया। क्वाड मंत्रिस्तरीय बैठक के संयुक्त बयान के मुताबिक, राष्ट्रों ने हमारे दृढ़ विश्वास की पुष्टि की है कि समुद्री क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून, शांति और सुरक्षा हिंद-प्रशांत के विकास और समृद्धि का आधार है। बयान में कहा गया है, हम उस एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं, जो यथास्थिति को बदलने या क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की कोशिश करती है। हमने आसियान एकता और केंद्रीयता, आसियान के नेतृत्व वाले क्षेत्रीय ढांचे और हिंद-प्रशांत पर आसियान के दृष्टिकोण के व्यावहारिक कार्यान्वयन के लिए अपने अटूट समर्थन की भी पुष्टि की है।

बैठक में मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के प्रति क्वाड के अटूट समर्थन को रेखांकित किया। साथ में संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को मजबूत करने और उसमें सुधार करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। बयान में कहा गया है, क्वाड ने एक ऐसे संयुक्त राष्ट्र के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की जो हमारे समय की अहम चुनौतियों का समाधान करता हो और हमारे साझा और परस्पर संसाधनों की सुरक्षा करता हो। इसमें सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा का पूर्ण कार्यान्वयन और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करना शामिल है। मंत्रियों का इरादा 2023 की शुरुआत में दिल्ली में क्वाड विदेश मंत्रियों की अगली बैठक में व्यक्तिगत रूप से मिलने का है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यह बैठक सही समय पर हुई है क्योंकि दुनिया बहुत मुश्किल समय से गुजर रही है। उन्होंने कहा, कठिन समय को देखते हुए, यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि क्वाड समूह उस रचनात्मक एजेंडे को लेकर आगे बढ़े, जो हमने अपने लिए निर्धारित किया है, कि हम सार्वजनिक वस्तुओं को वितरित करने के लिए मिलकर काम करें।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर यह बैठक होना, इस बात का सबूत है कि क्वाड मजबूत है और यह हमारे बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत कर रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत तिवारी

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