'मिस यूनिवर्स' जीतकर पूरा हुआ 30 साल का सफर
एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने 'मिस यूनिवर्स' का खिताब जीतने के 30 साल पूरे होने के मौके पर एक पोस्ट शेयर किया है। सुष्मिता ने मंगलवार को इंस्टाग्राम पर एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की और लंबा नोट लिखा। 21 मई 1994 को सुष्मिता मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
इस थ्रोबैक फोटो में सुष्मिता एक बच्चे को गोद में लिए हुए हैं और उसे देख कर मुस्कुराती नजर आ रही हैं। उन्होंने सफेद ड्रेस और सैश पहना था। इस फोटो को शेयर करते हुए सुष्मिता ने लिखा, 'अनाथालय में मिली इस छोटी-सी बच्ची ने मुझे जिंदगी का सबसे मासूम लेकिन गहरा सबक सिखाया, जिसे मैं आज भी जी रही हूं। आज इस क्षण को 30 साल पूरे हो गए हैं और मिस यूनिवर्स में भारत की पहली जीत!!'
सुष्मिता ने आगे कहा, यह कितना शानदार सफर रहा है और आज भी है... हमेशा मेरी सबसे बड़ी पहचान और ताकत बने रहने के लिए भारत को धन्यवाद!! अंतहीन प्यार और अपनेपन के लिए फिलीपींस को धन्यवाद...।
सुष्मिता ने कहा, 'दुनिया भर के मेरे सभी प्रिय प्रशंसकों, दोस्तों, परिवार और शुभचिंतकों को धन्यवाद। आप में से प्रत्येक ने मेरे जीवन में बदलाव लाया है और मुझे ऐसे तरीकों से प्रेरित किया है जिनके बारे में आप कभी नहीं जानते होंगे! मैं हमेशा इस प्यार को महसूस करती हूँ! धन्यवाद।
सुष्मिता के जवाब ने जीत लिया सबका दिल!
सुष्मिता सेन ने 1994 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। इसके बाद युक्ता मुखी, लारा दत्ता और हाल ही में हरनाज संधू ने यह खिताब जीता। 1994 के इवेंट के दौरान फाइनल राउंड में सुष्मिता से पूछा गया, 'एक महिला होने का आपके लिए क्या मतलब है?' उन्होंने कहा, 'एक महिला होना भगवान का दिया एक उपहार है, जिसकी हम सभी को सराहना करनी चाहिए। एक महिला एक माँ है, वह एक पुरुष को दिखाती है कि देखभाल करने, समावेशी और प्यार करने का क्या मतलब है। यही एक महिला होने का सार है।'
हिन्दुस्थान समाचार/ लोकेश चंद्रा/संजीव
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