लॉस एंजिल्स में 'ग्रैमी अवॉर्ड' में बजा भारतीयों का डंका
अमेरिका के लॉस एंजिल्स में आयोजित 66वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में इस बार भारतीयों का डंका बजा। इस समारोह में दिग्गज तबला वादक जाकिर हुसैन और बांसुरीवादक राकेश चौरसिया को पुरस्कार मिला है। भारत के मशहूर संगीतकार और गायक शंकर महादेवन को प्रतिष्ठित ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। ग्रैमी अवॉर्ड संगीत जगत का सबसे बड़ा अवॉर्ड माना जाता है।
संगीतकार और ग्रैमी अवॉर्ड विजेता रिकी केज ने ट्वीटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर यह जानकारी दी है। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन ने एक ही रात में तीन ग्रैमी जीतकर इतिहास रच दिया है, जबकि राकेश चौरसिया ने दो ग्रैमी अवॉर्ड जीते हैं। ग्रैमी अवार्ड्स में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ वर्ष है। खुशी है कि मुझे इस पल का गवाह बनने का मौका मिला,'रिकी केज ने पोस्ट में कहा। 'शक्ति' ने 'दिस मोमेंट' के लिए सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत एल्बम का ग्रैमी पुरस्कार जीता। ग्रैमी अवॉर्ड विनर रिकी केज ने ट्विटर पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है। शक्ति ने ग्रैमी पुरस्कार जीता। इस एल्बम के लिए चार भारतीय संगीतकारों ने ग्रैमी पुरस्कार जीते। बहुत अच्छा भारत हर दिशा में चमक रहा है। शंकर महादेवन, सेल्वगणेश विनायकराम, गणेश राजगोपालन, उस्ताद जाकिर हुसैन। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन ने तीन ग्रैमी पुरस्कार जीते और सर्वश्रेष्ठ बांसुरी वादक राकेश चौरसिया ने दो पुरस्कार जीते।' ग्रैमी अवॉर्ड्स वर्ष 2024 में भारतीयों का दबदबा रहा। ज़ाकिर हुसैन ने बेला फ्लेक और एडगर मेयर के साथ ''पश्तो'' के लिए ''सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत प्रदर्शन'' के लिए ग्रैमी पुरस्कार जीता।
हिन्दुस्थान समाचार/ लोकेश चंद्रा/सुनील
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