हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल 2024 : यशपाल शर्मा को हरियाणवी फीचर फिल्म दादा लख्मी के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अवार्ड

हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल 2024 : यशपाल शर्मा को हरियाणवी फीचर फिल्म दादा लख्मी के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अवार्ड
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हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल 2024 : यशपाल शर्मा को हरियाणवी फीचर फिल्म दादा लख्मी के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अवार्ड


हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल 2024 : यशपाल शर्मा को हरियाणवी फीचर फिल्म दादा लख्मी के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अवार्ड


मंडी, 1 जुलाई (हि.स.)। मंडी के कांगणीधार स्थित संस्कृति सदन में स्थानीय प्रायोजक रतन ज्वैलर्स की ओर से प्रायोजित चार दिवसीय प्रथम हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल संपन्न हो गया। इस अवसर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने फिल्म फेस्टिवल के दौरान सर्वश्रेष्ठ फिल्मों, अभिनेताओं व अन्य लोगों को पुरस्कृत किया। इस चार दिवसीय हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भारतीय सिनेमा की करीब पचास फिल्में संस्कृति सदन के अलावा आईआईटी मंडी के सालगी स्थित आडिटोरियम में दिखाई गई। जिसमें हिमाचली निर्देशकों के अलावा हरियाणवी, मराठी, असमिया, कन्नड़, हिंदी शार्ट मुवीस और डाक्यूमेंटरी आदि दिखाई गई।

इस अवसर पर फिल्म जगत के ख्याति प्राप्त अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा, संजय मिश्रा, यशपाल शर्मा, राजेश जैश, नीरज सूद, सपना, पीहू और गगन प्रदीप के अलावा देश भर से करीब पचास निर्माता निर्देशक भी अपनी फिल्मों के साथ फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुए।

फेस्टिवल डायरेक्टर पवन शर्मा ने बताया कि आज तक उनका अनुभव दूसरों के द्वारा आयोजित फिल्म फेस्टिवलस में मेहमान बनकर जाने का ही रहा है। मगर अपने शहर में फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करना एक अलग अनुभव रहा है। उन्होंने बताया कि मंडी में आयोजित इस प्रथम हिमाचल फिल्म फेस्टिवल में जहां देश भर से फिल्में प्रदर्शशित की गई। वहीं पर हिमाचल के निर्माता निर्देशकों की और हिमाचल में बनी फिल्मों को प्रदर्शित किया गया।

इसके अलावा फिल्मों पर चर्चा -परिचर्चा के अलावा हिमाचल में फिल्म उद्योग की संभावना पर भी बाहर से आए कलाकारों ने अपनी बेबाक राय रखी।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव हिमाचल सरकार ओंकार शर्मा ने कहा कि शिमला, कुल्लू-मनाली और धर्मशाला में फिल्म फेस्टिवल का आयोजन आसान है। क्योंकि इन जगहों पर आवासीय सुविधाएं बेहतर हैं और आवागमन की भी सुविधा है। लेकिन मंडी जैसे शहर में इस तरह का आयोजन अपने आपमें उपलब्धि है।

उन्होंने कहा कि मंडी छोटी काशी होने के साथ-साथ प्रदेश का सांस्कृतिक शहर भी है। यहां पर रंगमंच, साहित्य और संस्कृति जनता के साथ-साथ इन विधाओं में पारंगत लोग भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में फिल्म उद्योग के पनपने की अपार संभावनाएं हैं। जबकि हिमाचल फिल्म पॉलिसी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है।

ओंकार शर्मा ने फिल्म फेस्टिवल को मंडी और हिमाचल प्रदेश के लिए एक बेहतरीन पहल बताई। उन्होंने कहा कि फिल्म जगत से जुड़े लोगों ने चार दिनों तक मंडी जिला के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर यहां की खूबसूरती को निहारा है। भविष्य में अब ये लोग यहां पर आकर अपनी फिल्मों की शूटिंग करेंगे, जिससे प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को नए पंख लगने की संभावना है। वहीं पर अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा, रोजश जैश और यशपाल शर्मा ने भी इस बात पर जोर दिया कि हिमाचल किसी की नकल न करके अपनी कहानियों के जरिए अपनी वैश्विक पहचान बनाए।

अगला फिल्म फस्टिवल और भी भव्य होगा: हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के प्रायोजक रत्तन ज्वैलर्स के राजा सिंह मल्होत्रा ने बताया कि यह पहला मौका था कि मंडी में इस तरह का फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया गया। लेकिन आन वाले साल इसका आयोजन और भी भव्य तरीके से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी म्युजिक कंपनी हिमाचली कलाकारों को राष्ट्रीय एवं अंतर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाने का अवसर प्रदान करेगी।

इन्हें मिला सर्वश्रेष्ठ होने का पुरस्कार

इस अवसर पर यशपाल शर्मा को हरियाणवी फीचर फिल्म दादा लख्मी के निर्देशन के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला। जबकि नकारात्मक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता फिल्म का पुरस्कार जैकन हॉल्ट फिल्म के राम बहादुर रेनू , सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार लघु फिल्म नाम में क्या रखा है के तनुज विरवैनी को मिला है। वहीं पर लघु फिल्म मेरा प्यारा घर के लिए मुकेश कुमार सिंह को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, वहीं मुकेश कुमार सिंह की लघु फिल्म ब्रुनों को सर्वश्रेष्ठ ;लघु फिल्म अवार्ड मिला है।

सर्वोत्तम वृत्तचित्र भारत में नया साल के लिए ईशान ,सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक लघु फिल्म चित्त दिनेश भारद्वाज , सर्वश्रेष्ठ संपादक चट्टान का जागरण अभिनव छाबड़ा ,सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी लघु फि ल्म मैं निराश नहीं हूं, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता लघु फिल्म सास-सास रजनीश्वर चौहान , सर्वश्रेष्ठ कहानी लघु फि ल्म कील एसआर हरनोट, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक सुदीप कपूर लघु फि ल्म छात्र कच्ची मिट्टी और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता लघु फि ल्म हप्पन सांगवाला के लिए राजेंद्र गुप्ता कोमिला है।

इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ निर्देशक लघु फि ल्म भूख के लिए सैकत बागबान,सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री फीचर फिल्म द रेबिट हाउस करिश्मा, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरुष फ ़ीचर फि ल्म द रैबिट हाउस गगन प्रदीप, उसी प्रकार सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म ज्यूरी का विशेष उल्लेख द रैबिट हाउस को मिला है। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक ज्यूरी का विशेष उल्लेख फ ीचर फिल्म नवरस कथा महाविद्यालय, सर्वश्रेष्ठ फि ़ल्म ज्यूरी का विशेष उल्लेख लघु फि ल्म कथाकार, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता फीचर फिल्म दरमियानप्यार और चाहत की एक कहानी सत्येन चतुर्वेदी, सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म लघु फि ल्म योद्धा लाचित, सर्वश्रेष्ठ ज्यूरी का विशेष उल्लेख क्षेत्रीय फ ीचर फिल्म बया के गलु बेरुरिदागा, सर्वश्रेष्ठ लघु फि ़ल्म भीड़, वहीं पर सर्वश्रेष्ठ बाल फीचर फिल्म प्रवास, सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता फाीचर फिल्म प्रवास विशाल ठक्कर को मिला है।

उसी प्रकार सर्वश्रेष्ठ ज्यूरी का विशेष उल्लेख लघु फिल्म पंचवा प्रथा, सर्वश्रेष्ठ स्क्रीन प्ले लघु फि ल्म पंचवा प्रथा , सर्वश्रेष्ठ निर्देशक क्षेत्रीय फीचर फिल्म अंतिम सम्मान रोज़ी बोरा, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक लघु फिल्म ज्यूरी का विशेष उल्लेख गजरा सुमन गुहा, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरुष, लघु फिल्म गजरा विपिन भारद्वाज, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री ज्यूरी का विशेष उल्लेख लघु फिल्मद्ध गजरा वेरोनिका वर्मा और समीक्षक विकल्प वृत्तचित्र ईशान भारत में नया साल को मिला है।

हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील

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